Pushkar mela: पुष्कर सरोवर में गुरुवार सुबह ब्रह्म चौदस पर साधु-संतों ने शाही स्नान किया. हर साल की तरह इस बार भी सेन भक्ति पीठ के पीठाधीश्वर सेवा आचार्य स्वामी अचलानंद आचार्य और राम रमैया आश्रम के महंत प्रेम आनंद महाराज के साथ सभी साधु-संतों ने शाही स्नान किया. सन्यास आश्रम से सुबह बैंड के साथ शोभायात्रा निकाली गई, भजन के साथ पुष्कर के अलग-अलग बाजारों से मंदिर होते हुए सप्त ऋषि घाट पहुंची.
ब्रह्मा घाट और वराह घाट पर शाही स्नान
साधु-संतों ने पुष्कर सरोवर के ब्रह्म घाट और वराह घाट सहित अलग-अलग घाटों पर शाही स्नान किया. संतों ने कहा कि सभी लोग एक दूसरे से मिलकर रहें. भारत देश प्रतिदिन उन्नति की राह पर चले, इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना की. बच्चे अपने माता-पिता का आदर करें. साधु संतों ने युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने की अपील की. पढ़ाई लिखाई करके परिवार और देश नाम रोशन करने के लिए कहा.
श्रद्धालुओं ने अपने पूर्वजों का किया पिंडदान
साधु-संतों ने आस्था की डुबकी लगाकर पुष्कर सरोवर की पूजा की. कई श्रद्धालुओं ने अपने पूर्वजों का पिंडदान किया. पुष्कर सरोवर में स्नान के बाद ब्रह्माजी के दर्शन किए. 15 नवंबर को पुष्कर में धार्मिक मेले का समापन होगा.
बड़े कलाकार पुष्कर मेले में आने को रहते हैं बेताब
पुष्कर मेले में बड़े बड़े कलाकार आते हैं. 11 नवंबर को भजन सम्राट अनूप जलोटा ने भजन की प्रस्तुति दी. अनूप जलोटा को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग मेला मैदान पहुंचे. भजन सम्राट जलोटा ने 'चिट्ठी न कोई संदेश, कहां तुम चले गए' गीत से शुरुआत की और मेले की शाम का माहौल बनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया.
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