
Chittorgarh News: चित्तौड़गढ़ के श्री सांवलिया जी प्राकट्य स्थल बागुंड भादसोड़ा मंदिर के प्रबंधन को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. ग्रामीणों ने वर्तमान मंदिर कमेटी को भंग करने और मंदिर को सरकार के अधीन करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. यह धरना प्रदर्शन मंदिर परिसर में ही टेंट लगाकर किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हो रहे हैं.
मंदिर कमेटी को भंग करने की मांग
धरने पर बैठे ग्रामीणों की मुख्य मांगें है जिनके लिए वह मंदिर परिसर में धरना दे रहे है. उनका कहना है कि आसपास के लोग वर्तमान मंदिर कमेटी के काम से असंतुष्ट हैं और इसे तुरंत भंग करने की मांग की हैं. इसके साथ ही कमेटी को हटाकर उसकी जगह सरकार के जरिए एक प्रशासक नियुक्त करने की बात कही है जो मंदिर का प्रबंधन संभाले. इसके अलावा सरकार की तरफ से जो भी नई कमेटी या पद बनाए जाएंगे उनपर बागुंड ग्राम पंचायत के ही लोगों को प्राथमिकता दी जाए. इसके अलावा धरने पर बैठे ग्रामीण चाहते हैं कि मंदिर कमेटी के जरिए अब तक किए गए सभी विकास कार्यों और खर्चों का सार्वजनिक ब्यौरा दिया जाए.
मंदिर का भंडार नहीं खोलने की दी चेतावनी
इन मांगों को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका धरना जारी रहेगा. उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर ये मांगें पूरी नहीं हुईं तो आने वाली चतुर्दशी पर मंदिर का भंडार (दानपात्र) नहीं खोला जाएगा. अपनी मांगों को मनवाने के लिए ग्रामीणों ने धरना स्थल पर उपखंड अधिकारी को अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा.यह ज्ञापन नायब तहसीलदार शिवशंकर पारीक और मंदिर सचिव प्रहलाद राय सोनी ने स्वीकार किया.
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