Rajasthan News: सर्वोदय क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी (Sarvodaya Credit Co-operative Society) की अध्यक्ष रामकंवर को गिरफ्तार किया गया है. बताया जाता है कि धोखाधड़ के गंभीर मामलों में महिला रामकंवर 10 वर्षों से फरार चल रही थी. लेकिन जालोर पुलिस उसे गिरफ्तार कर लिया है. रामकंवर पर सोसाइटी के जरिए करोड़ों रुपये के धोखाधड़ी का आरोप है. जबकि महिला पर पुलिस ने इनाम घोषित किये थे. वहीं रामकंवर पर 21 से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं.
करोड़ों रुपये की ठगी पर थी 10 साल से फरार
जालोर एसपी ज्ञानचन्द्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि रामकंवर पर सांचौर समेत विभिन्न थानों में धोखाधड़ी के कुल 21 मामले दर्ज हैं. आरोप है कि उन्होंने सोसायटी के माध्यम से लोगों को ठगी का शिकार बनाया और करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की. रामकंवर पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था और वह लगभग एक दशक से फरार चल रही थीं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय सांचौर की टीम को गुप्त सूचना मिली, जिसके आधार पर पुलिस ने विशेष दबिश दी. थानाधिकारी देवेंद्र सिंह के नेतृत्व में निरीक्षक अमृतलाल और उनकी टीम ने सटीक रणनीति अपनाते हुए रामकंवर को गिरफ्तार किया. यह संयुक्त कार्रवाई सांचौर थाने और एएसपी कार्यालय की टीम द्वारा अंजाम दी गई.
निवेश का लालच देकर लिये पैसे
रामकंवर के खिलाफ धोखाधड़ी के कुल 21 मामले दर्ज हैं, जिनमें से अधिकांश सांचौर और आसपास के थानों में दर्ज हैं. बताया जा रहा है कि उन्होंने सर्वोदय क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के माध्यम से कई लोगों को बड़ी ब्याज दरों पर निवेश का लालच देकर ठगा. जब निवेशकों ने अपना पैसा वापस मांगना शुरू किया तो वह फरार हो गईं.
पुलिस की बड़ी सफलता
रामकंवर की गिरफ्तारी को पुलिस के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है. एसपी ज्ञानचन्द्र यादव ने कहा कि फरार अपराधियों की धरपकड़ के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और यह गिरफ्तारी उसी अभियान का हिस्सा है. अब पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है ताकि ठगी के अन्य मामलों की तह तक पहुंचा जा सके और पीड़ितों को न्याय दिलाया जा सके.
निवेशकों में उम्मीद की किरण
रामकंवर की गिरफ्तारी के बाद सर्वोदय क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में निवेश करने वाले उन सैकड़ों निवेशकों में उम्मीद जगी है, जिन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई सोसायटी में निवेश की थी. हालांकि इस मामले में अभी लंबी तफतीश चलने वाली है और बड़े खुलासे भी होने की संभावना है.
गणपत विश्नोई की रिपोर्ट...