Shobharani Kushwaha Join BJP: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) से पहले भाजपा कांग्रेस को फिर एक बड़ा झटका देने जा रही है. महेंद्रजीत सिंह मालवीय सहित कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को अपने पाले में करने के बाद अब भाजपा धौलपुर की कांग्रेस विधायक शोभारानी कुशवाहा (Shobharani Kushwaha) को अपने पाले में लेने जा रही है. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को राजस्थान की राजनीति में बड़ा भूचाल आने की संभावना दिखाई दे रही है. सूत्रों के हवाले से मिली खबर में धौलपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेसी विधायक शोभारानी कुशवाहा का परिवार सैकड़ो समर्थकों के साथ में शामिल होगा. कार्यक्रम का आयोजन लोकसभा प्रभारी विनय सहस्त्र बुद्धे एवं कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत की मौजूदगी में किया जाएगा.
19 अप्रैल को धौलपुर में होना है लोकसभा का चुनाव
सूत्रों से मिली जानकारी में शोभारानी कुशवाहा के चाचा ससुर कन्हैया लाल कुशवाहा एवं देवर उपेंद्र कुशवाहा शनिवार को भाजपा पार्टी का दामन थामेंगे. हालांकि कार्यक्रम से विधायक शोभारानी कुशवाहा के दूर रहने की संभावना बताई जा रही है. 19 अप्रैल को करौली धौलपुर संसदीय सीट पर पहले चरण का मतदान किया जाएगा. लोकसभा चुनाव को देखते हुए शोभारानी कुशवाहा के परिवार को भाजपा में शामिल होने पर राजनीतिक समीकरण पूरी तरह से बदल जाएंगे.
कांग्रेस की सरकार में अशोक गहलोत के साथ किया था काम
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में शोभारानी कुशवाहा भाजपा से चुनाव जीती थी. लेकिन वर्ष 2020 में कांग्रेस में आये शियाशी भूचाल के दौरान विधायक शोभारानी कुशवाहा कांग्रेस की बिना सदस्यता लिए हुए पर्दे के पीछे से अशोक गहलोत सरकार के साथ खड़ी हुई थी. जिसकी बानगी राज्यसभा चुनाव में देखने को मिली थी. विधायक शोभारानी कुशवाहा ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा को क्रॉस वोट कर कांग्रेस के प्रमोद तिवारी को वोट दिया था. तत्कालीन समय पर भाजपा ने शोभारानी को नोटिस देकर पार्टी से बर्खास्त भी किया था. 2023 के विधानसभा चुनाव में शोभारानी कुशवाहा कांग्रेस से विधायक चुनी गई थी.
पति बीएल कुशवाह को सुप्रीम कोर्ट से मिली बेल
धौलपुर की कांग्रेसी विधायक शोभारानी कुशवाहा के पति बीएल कुशवाह को हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है. हत्या षड्यंत्र के मामले में बीएल कुशवाह को आजीवन कारावास की सजा हुई थी. करीब 9 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने बीएल कुशवाह की जमानत अर्जी को स्वीकार किया है.
करीब डेढ़ हजार समर्थक ले सकते हैं सदस्यता
सूत्रों से मिली जानकारी में कांग्रेसी विधायक शोभा रानी कुशवाहा के परिवार के साथ करीब डेढ़ हजार समर्थक बीजेपी पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं. बीजेपी कार्यालय पर कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जाएगा. जिसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है.
दल बदलने की पुरानी रही राजनीति
विधायक शोभारानी कुशवाहा के परिवार की दल बदलने की पुरानी राजनीति रही है. वर्ष 2013 में विधायक शोभारानी कुशवाहा के परिवार ने राजनीति में कदम रखा था. वर्ष 2013 का चुनाव शोभारानी कुशवाहा के पति बीएल कुशवाह ने बहुजन समाज पार्टी से जीता था. लेकिन इसके बाद शोभारानी कुशवाहा के पति बीएल कुशवाह पर झील गांव निवासी नरेश कुशवाहा की हत्या के षड्यंत्र का आरोप लगा था. वर्ष 2016 में धौलपुर न्यायालय ने बीएल कुशवाह को हत्या के षड्यंत्र का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.
इसके बाद 2017 में उपचुनाव कराया गया. वर्ष 2017 के उपचुनाव में शोभारानी कुशवाहा ने बहुजन समाज पार्टी को छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया और विधायक बन गई. इसके बाद वर्ष 2018 के चुनाव में शोभारानी कुशवाहा फिर से भाजपा के सिंबल से विधायक चुन ली गई.
लेकिन कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार बनने पर शोभारानी कुशवाहा की नजदीकी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बढ़ गई. पर्दे के पीछे से शोभारानी कुशवाह अशोक गहलोत के साथ काम करने लग गई. सूत्रों के मुताबिक मानेसर की घटना के दौरान शोभारानी कुशवाहा अशोक गहलोत के पाले में रही थी. वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में शोभारानी कुशवाहा ने कांग्रेस से जीत दर्ज की थी.
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