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Paper Leak Gang: डमी कैंडिडेट बनकर 5 लोगों को नौकरी दिलाने वाला सरकारी शिक्षक गिरफ्तार, इंटरव्यू भी कराया क्लियर

Paper Leak case: सरकारी भर्ती परीक्षाओं में हुई धांधली की जांच में जुटी राजस्थान पुलिस की विशेष टीम SOG ने एक ऐसे सरकारी टीचर को गिरफ्तार किया है, जिसने डमी कैंडिडेट बनकर 5 लोगों को सरकारी नौकरी दिलाई. पूछताछ में आरोपी ने 20 अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने की बात स्वीकारी है.

Paper Leak Gang: डमी कैंडिडेट बनकर 5 लोगों को नौकरी दिलाने वाला सरकारी शिक्षक गिरफ्तार, इंटरव्यू भी कराया क्लियर
डमी कैंडिडेट बनकर 5 लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने वाला आरोपी रौशन लाल मीणा.

Rajasthan Paper Leak case: ऊपर तस्वीर में आप जिसे देख रहे हैं, इस शख्स का नाम रौशन लाल मीणा (Roshan Lal Meena)  है. रौशन लाल मीणा राजस्थान (Rajasthan) के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक (Government Teacher)  है. पेपर लीक मामले की जांच में जुटी राजस्थान पुलिस की विशेष टीम एसओजी (SOG) ने बुधवार को रौशल लाल मीणा को गिरफ्तार किया है. रौशन लाल मीणा डमी कैंडिडेट (Dummy Candidate)  बनकर अभी तक 5 लोगों को सरकारी नौकरी दिला चुका है. एसओजी की पूछताछ में आरोपी टीचर ने 20 भर्ती परीक्षाओं में दूसरों के बदले परीक्षा देने की बात कबूली है. 

20 भर्ती परीक्षाओं में शामिल हो चुका था रौशन लाल मीणा

राजस्थान में पेपर लीक मामले की जांच कर रही SOG के DIG अनिल पारिस देशमुख ने बुधवार को बताया कि दौसा जिले के एक सरकारी स्कूल का शिक्षक रौशन लाल मीणा को गिरफ्तार किया गया है. रौशन लाल राज्य सरकार की 16 और केंद्र सरकार की चार भर्ती परीक्षाओं में 'डमी' परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा दे चुका है. उन्होंने कहा कि आरोपी 20 से अधिक उम्मीदवारों के लिए 'डमी' परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा देने बैठा था और उनमें से कुछ इस समय सरकारी नौकरियों में हैं.

दौसा के एक स्कूल में थर्ड ग्रेड टीचर के रूप में है तैनात

एसओजी डीआईजी ने आगे बताया कि आरोपी सरकारी सेवा में आने से पहले ‘डमी' अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में शामिल हुआ था.  आरोपी राजस्थान के दौसा जिले में एक सरकारी स्कूल में थर्ड ग्रेड टीचर के रूप में कार्यरत था. एसओजी से मिली जानकारी के अनुसार रौशन लाल ने जिन लोगों के बदले डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दी है, इनमें से 5 सरकारी नौकरी में हैं.
 

उसमें एक मनीष मीणा भी शामिल हैं. मनीष के बदले रौशन ने न केवल रिटेन की परीक्षा दी बल्कि वो इंटरव्यू में भी बैठा था. एसओजी अब मनीष की तलाश कर रही है. 

2017 से सरकारी शिक्षक, केंद्र की नौकरी में भी बैठ चुका था आरोपी

डीआईजी परिस देशमुख ने बताया कि दौसा निवासी सरकारी टीचर रौशन लाल मीणा साल 2017 से सरकारी टीचर है. वह फिलहाल सरकारी अंग्रेजी मीडियम स्कूल, प्यारीवास (दौसा) में ग्रेड थर्ड टीचर हैं. डीआईजी के अनुसार राज्य सरकार की 16 और भारत सरकार की 4 परीक्षा में रौशल लाल मीणा बैठ चुका है. राजस्थान पुलिस की आईबी यूनिट में तैनात साल 2018 बैच के एसआई मनीष मीणा, उसके सगे भाई दिनेश मीणा के लिए भी आरोपी ने डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दी थी. 

सगे भाई दिनेश को दिलाई एसडीसी की नौकरी

रौशन ने अपने भाई दिनेश मीणा को एलडीसी की नौकरी दिलाई है. रौशन मीणा ने साल 2021 में भी एक और भाई दीपक मीणा के लिए एसआई भर्ती परीक्षा डमी कैंडिडेट के रूप में दी थी. दीपक मीणा लिखित परीक्षा में पास हो गया, लेकिन फिजिकल में फेल हो गया था. इसके अलावा आरोपी रौशल ने महेश मीणा, सागर मीणा सहित कई अभ्यर्थियों के लिए डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा दी थी. अब एसओजी इन सभी की तलाश में जुटी है.

यह भी पढ़ें - राजस्थान पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे 26 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर गिरफ्तार, SI Paper Leak Case में SOG की बड़ी कार्रवाई

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