राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं. ऐसे में उन्होंने मुख्यमंत्री पद को लेकर एक ऐसी बात कह दी, जिससे सभी चौंक गए. अशोक गहलोत ने कहा कि वह कई बार सोचते हैं कि मुख्यमंत्री पद छोड़ दें, लेकिन ये पद उन्हें नहीं छोड़ता है. हालांकि, सीएम गहलोत ने यह बात मजाकिया अंदाज में कही, लेकिन राजस्थान की राजनीति में दखल रखने वाले समझ गए कि उनका निशाना किसकी तरफ था.
साथ ही सीएम गहलोत ने आगामी विधानसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि ‘अब आगे देखते हैं क्या होता है.' गहलोत ने बृहस्पतिवार को राज्य के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के शिलान्यास एवं उद्घाटन के वर्चुअल कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अंगदान के लाभार्थियों से बातचीत कर रहे थे. इस दौरान एक महिला ने अपने सफल इलाज के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि वह चाहती हैं कि गहलोत ही आगे मुख्यमंत्री बने रहें.
इस पर गहलोत ने मुस्कुराते हुए कहा, "मुख्यमंत्री पद जो है ना, मैं कई बार सोचता हूं छोड़ना... पर मुख्यमंत्री पद मुझे नहीं छोड़ रहा." मुख्यमंत्री आवास में मंच पर इस कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़े लोगों के ठहाकों व तालियों के बीच लाभार्थी महिला ने दुबारा कहा, "मैं तो यही चाहती हूं कि मुख्यमंत्री आप ही रहें."
इस पर गहलोत ने कहा, "आप तो कह रही हो यह लगातार ... लेकिन मैं तो खुद कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री पद मुझे छोड़ नहीं रहा है. अब आगे क्या होता है देखते हैं." उल्लेखनीय है कि राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.
मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार शाम अपने निवास पर मीडियाकर्मियों से सवाल किया कि राजे मंगलवार को जयपुर में राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल क्यों नहीं हुईं. गहलोत ने कहा कि ‘‘वसुंधरा राजे ने कभी उनकी सरकार नहीं बचाई'' और प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर से तुलना कर राजस्थान को झूठा बदनाम किया है. गहलोत ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि भाजपा के स्थानीय नेता जो खुद को मुख्यमंत्री पद की दौड़ में मानते हैं वे ‘नाकाबिल' हैं, वे ये चुनावी मुकाबला नहीं कर पाएंगे, इसलिए उन्होंने मोदी का चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात कही है.