जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद सोनम वांगचुक से उनके वकील मुस्तफा हाजी ने शनिवार को मुलाकात की, और सोशल मीडिया पर उन्होंने जेल में सोनम वांगचुक के साथ हुई बातचीत के बारे में शेयर किया. उन्होंने लिखा, "आज जोधपुर जेल में बंद @wangchuksworld से दूसरी बार मुलाकात हुई. आपको उनसे मिलने के लिए सिर्फ एक घंटा मिलता है, और वो एक घंटा पल भर में उड़ जाता है. आप उनसे कितनी ही बातें करना चाहते हैं, कितनी ही बातें साझा करना चाहते हैं, लेकिन सबसे जरूरी चीजों को प्राथमिकता देने का समय ही नहीं मिलता."
बाहर की खबरों की जानकारी नहीं
मिलते ही उन्होंने कहा, "मुझे शुरू से सब कुछ बताओ. लोग मानते हैं कि मुझे खबरें मिलती हैं, लेकिन मुझे बाहर क्या हो रहा है, इसकी कोई जानकारी नहीं है." ऐसे व्यक्ति से ये सुनना बहुत दुखद था, जो हमेशा अपने समय से आगे रहा है. अपने नए विचारों और बुद्धिमत्ता के जरिए दुनिया से लगातार जुड़ता रहा है.

सोनम वांगचुक से उनके वकील मुस्तफा हाजी ने मुलाकत की.
लोगों से मिल रहे प्यार और प्रार्थनाओं के बारे में बताया
मुस्तफा हाजी ने कहा, "मैंने उन्हें लद्दाख के घटनाक्रमों के बारे में बताया, और लोगों द्वारा उन्हें भेजे जा रहे प्यार, प्रार्थनाओं और आशीर्वाद से अवगत कराया. अंत में, जब मैंने उन्हें बताया कि उन्हें 'टाइम्स द्वारा दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली पर्यावरण नेताओं' में शामिल किया गया है, तो उन्होंने हमारे बगल में बैठे अधिकारी की ओर मुड़कर कहा, और देखिए, आप लोगों ने मुझे इधर रखा है."
अपने विचारों से लाखों लोगों को किया प्रेरित
वकील ने कहा कि यह बहुत बड़ी त्रासदी है कि एक ऐसे व्यक्ति को, जिसने अपने विचारों से लाखों लोगों को प्रेरित किया है, और जिसने अपना जीवन राष्ट्र और पर्यावरण की सेवा में समर्पित कर दिया है, इस तरह की पीड़ा सहनी पड़ रही है. यह हमारे समय की एक बड़ी विडंबना है कि एक ऐसे व्यक्ति को, जो भारत से इतना प्यार करता है, राष्ट्रीय खतरे की तरह दिखाया जा रहा है. "घाव ही वह जगह है, जहां से प्रकाश आपके अंदर प्रवेश करता है". यह भी बीत जाएगा - इस बहादुर व्यक्ति के लिए!
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