
Kapasan Dargah Urs: सूफी संत हजरत दीवाना शाह के 84वें उर्स के मौके पर देशभर से जायरीन कपासन (चित्तौड़गढ़) दरगाह पहुंच रहे हैं. आज रविवार को जोहर की नमाज से पहले कुल की फातिहा होगी. कुल के छींटे लेने के लिए जायरीन दरगाह पहुंच रहे हैं. दीवाना शाह साहब के 84वें उर्स में देशभर से आए कव्वालों ने बारी-बारी से अपने कलाम पेश किए. उर्स के दौरान कपासन रेलवे स्टेशन पर 9 एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव किया गया हैं. दरगाह परिसर में 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाएं गए हैं. सुरक्षा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है. दीवाना शाह दरगाह परिसर में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई हैं.
क्षेत्रफल के लिहाज से प्रदेश की सबसे बड़ी दरगाह
वहीं, दरगाह परिसर देग में 21 क्विंटल खाना बनाया, जिसमें 6 क्विंटल चावल, 6 क्विंटल शक्कर, दो क्विंटल सूखा मेवा समेत अन्य सामग्री इस्तेमाल की गई हैं. दीवाना शाह की दरगाह क्षेत्रफल को दृष्टि से राजस्थान में सबसे बड़ी दरगाह हैं, जो 30 बीघा जमीन में फैली हुई हैं. आस्ताना ए आलिया में दरवाजे, फाटक और कटघरा पांच क्विंटल से अधिक चांदी से बनाएं गए हैं. आस्ताना ए आलिया के गुम्बद पर एक किलो से अधिक सोने से निर्मित कलश लगा हुआ हैं.
70 फीट ऊंचा है प्रवेश द्वार
दरगाह का प्रवेश द्वार बुलन्द दरवाजा 70 फीट ऊंचा बना हुआ हैं. जायरीन को धूप, बारिश से बचाव के लिए 6 डॉम का निर्माण करवाया गया हैं. मेला ग्राउंड में 400 से अधिक दुकानों का आवंटन किया गया. सुबह 8 बजे से कुल की रस्म शुरू हो जाएगी. इस दौरान महफ़िल खाने में देशभर से आए कव्वाल बारी-बारी से अपने कलाम पेश करेंगे. आज दीवाना शाह साहब का 84 वां उर्स का समापन दोपहर पौने दो बजे से पहले कुल की फातिहा के साथ होगा.
यह भी पढ़ेंः राजस्थान में मेघगर्जन के साथ बारिश का कहर, जानें कब थमेगी बारिश; आया नया अलर्ट