Suicide Prevention Resource Centre: आजकल के दौर में आत्महत्या की तादाद में काफी बढ़ोतरी हुई है. आए दिन आत्महत्या के मामले में ना सिर्फ शहरों में देखने को मिलते हैं बल्कि अब तो गांव भी इससे अछूते नहीं बचे हैं. थोड़े से डिप्रेशन में आते ही कई लोग आत्महत्या की सोचने लगते हैं. बीकानेर पुलिस ने लोगों में अपनी ही जान लेने की मानसिकता रखने वाले लोगों की जान बचाने की मुहिम शुरू की है. जिसके बहुत अच्छे नतीजे मिले हैं और अब तक 24 लोगों को मौत के रास्ते से हटाकर जिन्दगी की हसीन राहों पर लाया गया है.
लोगों को पॉजिटिव मोटिवेशन देने में उपयोगी
इन्सान जब अपने किसी काम मे नाकामयाबी के चलते नकारात्मकता ओढ़ लेता है तो उसे अपनी जिंन्दगी को बेकार नजर आने लगती है. इसी के चलते कमजोर इच्छा शक्ति वाले लोग मौत को गले लगाने में भी नहीं हिचकते. मौत को खुद अपने हाथों से गले लगाने का सोचना तो आसान है, लेकिन लोगों के दिमाग में जब आत्महत्या की बात आ जाती है तो वह इस घटना को अंजाम देने में देर नहीं करते हैं. लेकिन पीछे रह जाती हैं उसके परिवार का दुख जो सारी जिन्दगी उनका पीछा नहीं छोड़ती है.
खुदकुशी की मानसिकता वाले लोगों की काउंसलिंग
एक शख्स द्वारा की गई खुदकुशी पूरे परिवार को चिंता में डाल देती है. इसी वजह से सुसाइड प्रिवेंशन रिसोर्स सेन्टर में नाकारात्मकर विचारों को खत्म किया जाता है और फिर से नया जीवन शुरू करने के लिए सकारात्मक ऊर्जा दी जाती है. एक्सपर्ट्स द्वारा खुदकुशी की मानसिकता वाले लोगों की परामर्श दिया जाता है.
ये भी पढ़ें- राजस्थान में पहली बार जयगढ़ हेरिटेज फेस्टिवल का होगा आयोजन, जानें क्या होगा खास
राजस्थान में छात्र संघ चुनाव नहीं कराने पर बढ़ रहा बवाल, अब छात्रों ने दी है यह बड़ी चेतावनी