
Health News: करी पत्ता सुनते ही दक्षिण भारतीय खाने की खुशबू याद आती है. इसे मीठी नीम या कढ़ी पत्ता भी कहते हैं. इसका वैज्ञानिक नाम मुराया कोएनिजी है. भारत और श्रीलंका में खूब उगने वाला यह पौधा खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ सेहत को भी दुरुस्त रखता है. दक्षिण भारत में यह हर डिश को खास बनाता है चाहे वह सांभर हो या रसम.
छोटा पौधा बड़ा कमाल
करी पत्ता का पौधा 2 से 4 मीटर तक बढ़ता है. इसे घर के बगीचे या गमले में आसानी से उगाया जा सकता है. बीज या छोटे पौधों से इसे लगाने में ज्यादा मेहनत नहीं लगती. यह न सिर्फ रसोई के लिए उपयोगी है बल्कि घर को हरा-भरा भी बनाता है.
सेहत का दोस्त
आयुर्वेद में करी पत्ते को औषधि माना जाता है. इसमें विटामिन ए, बी, सी, ई के अलावा कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे तत्व होते हैं. ये पत्तियां पाचन, मधुमेह, रक्तचाप और अनिद्रा जैसी समस्याओं में फायदेमंद हैं. सुबह खाली पेट 2-3 पत्तियां चबाने से पेट साफ रहता है और कब्ज की शिकायत दूर होती है. यह भोजन को पचाने वाले रसों को बढ़ाता है जिससे खाना जल्दी पचता है.
आंखों और त्वचा की देखभाल
करी पत्ता आंखों के लिए वरदान है. इसे चबाने से आंखों की थकान कम होती है और मांसपेशियों को आराम मिलता है. यह त्वचा को भी स्वस्थ रखता है. इसके पोषक तत्व त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करते हैं.
संक्रमण का काल
करी पत्ते में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं. यह छोटी-सी पत्ती बड़ी बीमारियों से लड़ने की ताकत देती है.
कैसे करें उपयोग
करी पत्ते को छौंक में डालकर खाना बनाएं या सुबह चबाएं. इसे चाय में मिलाकर भी पी सकते हैं. यह हर रूप में फायदेमंद है. तो आज से अपनी रसोई में करी पत्ते को जगह दें और स्वाद के साथ सेहत पाएं.
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