
Rajasthan Roadwage: राजस्थान के परिवहन व्यवस्थाओं में सुधार के लिए सीएम भजनलाल शर्मा ने बदलाव के निर्देस दिये हैं. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार (30 मई) को परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग और राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की समीक्षा बैठक ली. इस बैठक में सीएम ने स्पष्ट किया कि रोडवेज अब केवल सफर का साधन नहीं, बल्कि एक सुविधायुक्त और सुरक्षित विकल्प बनेगा जिससे कार से यात्रा करने वाला यात्री भी बस चुनने को प्रेरित हो.
सीएम भजनलाल शर्मा ने बैठक में दोनों विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जहां भी नियमों का उल्लंघन हो रहा है उसकी मॉनेटरिंग की जाए.
सीएम ने क्या दिए निर्देश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बसों और बस स्टैंड्स में आधुनिक सुविधाएं हों ताकि यात्रियों को आरामदायक अनुभव मिले. रोडवेज बस स्टैंड और विश्राम स्थलों को एक ही रंग और स्वरूप में विकसित किया जाए. बसों में जीपीएस और सीसीटीवी कैमरे लगें, सफर के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. इसके साथ ही उन्होंने कहा, प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के लिए विशेष रूट तय कर समयबद्ध बस संचालन किया जाए. इसके साथ ही सभी रोडवेज कार्मिकों के लिए प्रशिक्षण सेमिनार, जिसमें सफाई, नियम पालन और यात्रियों से व्यवहार पर विशेष फोकस हो. लोक परिवहन बसों के लिए रंग कोड निर्धारण और नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन से पहले बॉडी क्वालिटी जांच अनिवार्य.
मुख्यमंत्री ने पद के दुरुपयोग, ओवरलोडिंग और ओवरस्पीडिंग पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए है.
राजस्थान व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी
जल्द ही व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग व इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम का कमांड एंड कंट्रोल रूम भी शुरू होने जा रहा है. बस रूट्स को राजधरा एप के माध्यम से डिजिटाइज किया जाएगा. सीएम ने कहा कि नए परमिट जारी करने से पहले रूट तय करें जिसमें अस्पताल, स्कूल और सरकारी दफ्तरों की पहुंच शामिल हो. नवीन बसें समयबद्ध तरीके से खरीदी और चलाई जाएं. राजस्थान व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी जल्द लागू की जाए और ऑटोमैटिक टैस्टिंग स्टेशन शुरू किए जाएं.
इलेक्ट्रिक और स्मार्ट ट्रांसपोर्ट की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर हैं बल्कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट को स्वच्छ और सस्ता भी बनाते हैं राजस्थान अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट में स्मार्ट तकनीक और सुरक्षित व्यवस्थाओं की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
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