
Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली (Tika Ram Jully) शुक्रवार को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) पर बरस पड़े. उन्होनें तंज कसते हुए कहा, 'सीएम भगवान से डरने की बात कहते हैं. इसका मतलब ये है की मुख्यमंत्री असहाय हैं, और ब्यूरोक्रेसी के सामने बेबस हो चुके हैं. भगवान से डरने की बात कहना तो अपने आप को बेबस बताना है.' टीकाराम ने कहा, 'प्रदेश की भाजपा सरकार ढीली सरकार है और हर फैसले के लिए दिल्ली के इशारे का इंतजार करती है. इसका एक उदाहरण एएजी की नियुक्ति अब तक नहीं होना है. इससे जनता में संदेश ये जा रहा है की ये सरकार पूरी तरह असहाय सरकार है, जो अपने फैसले खुद नहीं ले सकती है.'
बीकानेर में हैं कांग्रेस के 3 वरिष्ठ नेता
टीकाराम जूली आज बीकानेर में हैं और यहां पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से लोकसभा के लिए उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाने के लिए चर्चा करेंगे. कांग्रेस के तीन बड़े नेता कल रात बीकानेर पहुंचे थे. पार्टी के राजस्थान प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का बीकानेर पहुंचने पर सर्किट हाउस में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. हालांकि तीनों के पहुंचने पर कार्यकर्ता ही ज्यादा नजर आए. वरिष्ठ नेताओं में डॉ. बुलाकी दास कल्ला के अलावा कोई नजर नहीं आया.
किसी भी हद तक जा सकती है बीजेपी
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने रात में भी मीडिया से बात करते हुए बीजेपी पर जम कर शब्दबाण छोड़े. उन्होंने कहा कि जब जब भी चुनाव आते हैं, बीजेपी कोई न कोई भावात्मक मुद्दा लेकर आ जाती है. भाजपा चुनाव जीतने के लिए हर तरह के हड़कंडे अपना रही है, जिनमें ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग भी शामिल है. झारखंड के सीएम हेमन्त सोरेन को ईडी द्वारा अरेस्ट किये जाने पर टीकाराम ने कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और जीतने के लिए बीजेपी किसी भी हद तक जा सकती है. लेकिन जनता सब समझ चुकी है और अब उसकी बातों में नहीं आने वाली है. जूली ने केन्द्र सरकार द्वारा पेश किए बजट को भी जनता के हितों के खिलाफ बताया.
उम्मीदवार के नामों पर होगी चर्चा
बीकानेर आए तीनों नेता आज यहां के सूरज टाकीज में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे हैं कि लोकसभा चुनाव में बतौर उम्मीदवार किसे उतारा जाए. गौरतलब है कि बीकानेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस सन 2009 के बाद से ही पिछड़ती आई है. सन 2009 में बीकानेर लोकसभा सीट को एससी सीट घोषित कर दिया गया था. ये सीट कांग्रेस के मिजाज वाली सीट मानी जाती थे, लेकिन एससी सीट होने के बाद से कांग्रेस का कब्जा इस पर खत्म हो गया और पिछले तीन बार से लगातार इस पर बीजेपी के अर्जुनराम मेघवाल काबिज होते आ रहे हैं. आज भी इसी मुद्दे पर कांग्रेस की चर्चा होनी है कि कोई ऐसे शख्स को उम्मीदवार के रूप में उतारा जाए जिस पर सर्वसम्मति बन सके.
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