
Udaipur News: उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय के एक्स-रे रूम में विस्फोटक से भरा बैग मिलने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. बैग मिलने के बाद हॉस्पिटल में हड़कंप मच गया, जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई. दरअसल, 2 युवक के घायल होने के बाद उन्हें शहर के एमबी हॉस्पिटल (MB Hospital) में भर्ती किया गया था. उन्हीं मरीजों में से एक युवक के पास यह बैग था. इस मामले में पुलिस ने संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज की है. एफआईआर के मुताबिक एएसआई निर्भय शंकर, चालक निहारिका के साथ रात्रिकालीन गश्त कर रहे थे. इस दौरान हॉस्पिटल के कार्मिकों से टीम को सूचना मिली. पुलिस इस बारे में तथ्य खंगाल रही है कि यह विस्फोटक कहां से आया.
धौलपुर की फैक्ट्री में तैयार हुई थी सामग्री
पुलिस को सूचना मिली कि ट्रोमा के एक्स-रे रूम मे एक लाल रंग का बैग मिला, जिसमें गुल्ले जैसी कोई संदिग्ध वस्तु है. इस सूचना के बाद जाब्ता मौके पर गया. बैग में गुल्ले जैसी वस्तु रखी हुई थी. पड़ताल में सामने आया कि धौलपुर की एक फैक्ट्री में बने 5 गुल्ले व 5 टोपी पड़े थे, इस पर बैग को जब्त किया गया. जांच-पड़ताल के बाद स्पष्ट हुआ कि परसाद निवासी जगदीश एक्स-रे कराने के लिए आया था और अस्थिरोग विभाग के थर्ड फ्लोर पर आईसीयू भर्ती है. यह बैग उसका है.
बैग में रखा हुआ था डेटोनेटर
पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि उसके साथी प्रदीप और रणजीत माइंस में काम पूरा होने के बाद घर के लिए बाइक से निकले. तभी बाइक का संतुलन बिगड़ने से हादसा हो गया. जब तीनों गिरे तो रणजीत की मौत हो गई. यह बैग उसी का था और अन्य 2 साथियों को इलाज के लिए उदयपुर भेज दिया. चिकित्सकों ने एक्स-रे करने की सलाह दी तो वह इमरजेन्सी एक्स-रे रूम में गया. इस दौरान रणजीत का बैग उसी के पास था, जिसे उसने एक्स-रे करने के समय नीचे रखा था. वह बैग को रूम में ही भूल गया. हालांकि जगदीश का कहना है कि बैग में रखे सामान की जानकारी उसे नहीं थी. डीएसपी कैलाश बोरिवाल ने मामले की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि इस बारे में जांच जारी है. इस बैग में डेटोनेटर रखे हुए थे.
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