
Vasundhara Raje: राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे एक बार फिर ग्राउंड पर देखी गईं. वसुंधरा राजे को जब पेयजल संकट को लेकर शिकायत मिली तो उन्होंने फौरन अधिकारियों की क्लास लगा दी. इसके साथ ही वसुंधरा ने अधिकारियों को चेतावनी भी दे दी है. वसुंधरा राजे ने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि उनके सोने की वजह से लोग रो रहे हैं. जनता पेयजल संकट से त्रस्त है. पानी केवल कागजों पर नहीं बल्कि लोगों के होठों तक पहुंचनी चाहिए
पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने मंगलवार (8 अप्रैल) को पेयजल संकट की शिकायत पर जलजीवन मिशन और जलदाय विभाग के अफसरों को रायपुर क़स्बे के ग्रामीणों के बीच अच्छी-खासी क्लास ली. उन्होंने कहा कि ‘क्या जनता को प्यास नहीं लगती ? सिर्फ़ आप अफ़सरों को ही लगती है. गर्मी में पेयजल संकट के कारण जनता त्रस्त हैं. अफ़सर तृप्त है. पानी कागजों में नहीं, लोगों के होंठों तक पहुँचे. अफ़सर सो रहें है, लोग रो रहें हैं. मैं ऐसा नहीं होने दूंगी.
पाई-पाई का हिसाब दो
वसुंधरा राजे ने सख्त लहजे में कहा कि प्रधानमंत्री जी ने 42 हज़ार करोड़ जल जीवन मिशन में दिये हैं. पाई-पाई का हिसाब दो कि झालावाड़ के हिस्से की राशि का आपने क्या किया ? पेयजल संकट निवारण के लिए हमारी सरकार तो पैसा दे रही है, लेकिन अफसर योजनाओं की सही क्रियान्वित नहीं कर रहे. इसलिए राजस्थान के लोग प्यास से व्याकुल है. यह तो अप्रैल का हाल है. जून-जुलाई में क्या होगा?
अधिकारी संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाये
अधीक्षण अभियंता दीपक सिंह झा सहित वहां उपस्थित कोई अधिकारी संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाये तो उन्होंने साफ़ कहा कि लोगों के धैर्य की परीक्षा मत लीजिए. यहां ऐसा हरगिज नहीं चलेगा. उनके पुत्र और झालावाड़-बारां सांसद दुष्यंत सिंह भी उनके साथ थे. इसके बाद उन्होंने कड़ोदिया गांव में सीएचसी भवन व मथानिया में पीएचसी भवन का उद्घाटन किया.
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