Bharat Sankalp Yatra Camp Banswara: सरकारी विभाग हो या बैंक यहां आम आदमी अपना काम कराने के कई दिनों तक चक्कर लगाने को मजबूर हो जाता है. इसकी बानगी जनजाति जिले बांसवाड़ा के गनोड़ा गांव में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा में आयोजित शिविर में देखने को मिली.
शिविर में आए एक व्यक्ति ने जिला कलक्टर प्रकाश चंद्र शर्मा को बताया कि बैंक वाले पिछले डेढ़ माह से लोन पूरा भरने के बावजूद एनओसी नहीं दे रहे हैं. जिस पर जिला कलक्टर ने संबंधित बैंक अधिकारी से कहा कि क्यों लोगों को परेशान करते हो दे, दो नो ड्यूज. एक बार तो बैंक अधिकारी ने जिला कलेक्टर से भी ना नुकूर की तो जिला कलेक्टर ने अधिकारी से हाथ जोड़ने की मुद्रा में कहा कि एनओसी दे दो. इस पर वहां मौजूद उपखंड अधिकारी ने सख़्त रवैया अपनाया तो महज 15 मिनट में बैंक अधिकारी ने एनओसी जारी कर दी.
यह है पूरा मामला
मामले के मुताबिक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक ऑफ बड़ौदा से दुर्गाशंकर व्यास की पत्नी भारती ने लोन लिया था और डेढ़ माह पहले पूरा लोन जमा करवा दिया और एनओसी देने की मांग की, लेकिन बैंक ने उन्हें एनओसी नहीं दी और बैंक के चक्कर लगवाते रहे. 45 दिन तक बैंक ने व्यक्ति को परेशान किया. इससे परेशान पीड़िता के पति दुर्गाशंकर व्यास ने अपनी पीड़ा शिविर में आए जिला कलेक्टर प्रकाश चंद्र शर्मा को बताई.
15 मिनट में मिला नो ड्यूज़
जिसके बाद कलेक्टर इस पर स्थानीय शाखा प्रबंधक नीरज सेन को मौके पर बुलाया और मामले को खत्म करने के लिए कहा. इस पर बैंक मैनेजर ने कहा कि कल दे देंगे. इस जबाव से आवक जिला कलक्टर प्रकाश शर्मा ने बैंक मैनेजर को हाथ जोड़ा और बोले इनको परेशान मत कर और जल्दी एनओसी बनाकर दो. इस पर उपखंड अधिकारी विनोद मल्होत्रा ने मैनेजर को तत्काल प्रभाव से कैंप में ही नो ड्यूज लाने के निर्देश दिए. जिसके बाद खाता धारक डेढ़ महीने से बैंक के चक्कर लगा रहा था उसको महज 15 मिनट में नो ड्यूज मिल गया. डेढ़ माह से परेशान खाता धारक के परिवार को जैसे ही प्रमाण पत्र मिला चेहरे पर खुशी दिखी.
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