Harlal Jat: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर एक्स पर रविवार को एक नाम ट्रेंड कर रहा है. वह नाम है हरलाल जाट, जिसकी 30 साल पहले सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसकी आज (2 जून) बरसी है और इस अवसर पर जाट समाज ने बाड़मेर में उतरलाई रोड पर स्थित हरलाल जाट हॉस्टल में मूर्ति का अनावरण करवाया है. इस अवसर पर समाज द्वारा सोशल मीडिया पर एक मुहिम चलकर शिक्षा के लिए 7 करोड रुपए एकत्रित कर मिशाल कायम की है.
कौन थे हरलाल जाट
हरलाल जाट बाड़मेर जिले के रामसर थाना क्षेत्र के चाडी गांव का निवासी थे. वह एक रोडवेज बस कंडेक्टर का काम करते थे. साल 1994 में पुरानी रंजिश के चलते एक युवक ने बाड़मेर के तिलक बस स्टैंड के पास सरे आम दिन में गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या के बाद बाड़मेर में दो पक्षों के बीच तनाव की स्थिति बन गई थी. हालांकि इस मामले में हत्या करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
पैरोल से फरार हुआ था हत्या का आरोपी 23 साल बाद पकड़ा
हरलाल जाट हत्या का आरोपी लालसिंह साल 2001 में पैरोल से फरार हो गया था. जिसके बाद 23 साल पुलिस की गिरफ्त से दूर रहा और इस दौरान तस्करी और हथियार सप्लाई के काम लिप्त था, पुलिस ने आरोपी लाल सिंह को पैरोल से फरार होने के 23 साल बाद इसी साल 3 अप्रैल को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इस दौरान आरोपी के पास से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे और आरोपी को निशानदेही पर अवैध हथियार की फैक्ट्री भी मिली थी.
हरलाल जाट को लेकर जाट समाज ने चलाई मुहिम
हरलाल जाट की पुण्य तिथि के अवसर पर हॉस्टल में नए कमरों के निर्माण का निर्णय लिया गया था. इसको लेकर फंड जुटाने बाड़मेर जाट समाज के ग्रुपों की ओर से पहल करते हुए हरलाल हॉस्टल में बच्चों के पढ़ने के लिए रूम बनाने की घोषणा की है. सोशल मीडिया पर करीब 40 से ज्यादा ग्रुप सक्रिय हैं, जो भवन निर्माण के लिए करोड़ो की राशि एकत्रित कर ली है. वहीं लोगों ने होस्टल के लिए दिल खोलकर पैसे दान किए और महज 7 दिन में करोड़ों रुपए एकत्रित कर मिशाल पेश की है.
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