
Jat Reservation Row: भरतपुर धौलपुर जाट समाज केंद्र की ओबीसी वर्ग में आरक्षण की मांग को लेकर जिले के गांव जयचोली में 36 दिनों से महापड़ाव जारी है. इस दौरान केंद्र सरकार और राज्य सरकार से जाट समाज के प्रतिनिधिमंडल की वार्ता भी हुई है. लेकिन वार्ता के बाद कोई सकारात्मक संदेश अभी तक जाट समाज के प्रतिनिधिमंडल को नहीं मिला है. बुधवार के दिन महापड़ाव स्थल पर महापंचायत का आयोजन किया गया.महापंचायत में उपस्थित जाट समाज के लोगो द्वारा पानी हाथ में लेकर भाजपा को वोट नहीं देने के लिए कसम खाई. इसके अलावा जाट समाज के हर घर के बाहर पोस्टर लगेगा की आरक्षण नहीं तो भाजपा को वोट नहीं.
दो दौर की बातचीत के बाद भी सरकार नहीं कर रही पहल
भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने बताया कि जाट समाज केंद्र की ओबीसी वर्ग में आरक्षण की मांग को लेकर पिछले 36 दिनों से महापड़ाव डाले हुए है. इस दौरान बीच में जाट समाज की पहली वार्ता जयपुर में राज्य सरकार के साथ हुई थी. दूसरी वार्ता राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ जाटों की वार्ता दिल्ली में केंद्रीय ओबीसी आयोग से हुई थी. जिसमें राज्य सरकार ने जाटों के आरक्षण के लिए तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपी थी मगर 13 फ़रवरी के बाद आज कई दिन हो गए लेकिन आरक्षण के लिए केंद्र सरकार ने अभी तक कोई पहल नहीं की है.
आचार संहिता लगने का इंतजार कर रही सरकारः फौजदार
जाटों को आशंका है कि केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव की आचार संहिता का इंतजार कर रही है, इसलिए जाटों को अंधेरे में रखा जा रहा है. इसलिए जाटों ने महापंचायत कर आज यह कसम खाई कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देंगे और भाजपा को लोकसभा सीट में चुनाव हराएंगे. जाट समाज के हर गांव में अभियान शुरू कर घरों के बाहर पोस्टर लगाएंगे, जिसमे लिखा जाएगा कि आरक्षण नहीं तो भाजपा को वोट नहीं. हम 51 सदस्यों की कमेटी गठित कर चुके है और हर पंचायत स्तर पर अलग अलग कमेटियां गठित की जाएगी जो जाट समाज के हर गांव और हर घर तक जाकर जाटों को गीता हाथ में रखकर प्रतिज्ञा दिलाई जाएगी कि आरक्षण नहीं तो भाजपा को वोट नहीं नहीं दे.
दो दिन बाद महापंचायत में तय होगी आगे की रणनीति
नेम सिंह फौजदार ने आगे कहा कि जब भाजपा सरकार हमारे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है तो फिर भाजपा को भी मुहतोड़ जबाब देने का काम जाट समाज करेगा. 51 सदस्यों की जाट कमिटी जो बुधवार को गठित की गयी उसमे 51 अलग-अलग गाँव के पंच पटेलों को सदस्य बनाया गया है उनको जिम्मेदारी सौंपी गई है कि सभी पूरे जिले में जायेंगे और जाट समाज को इकठ्ठा कर जयचौली महापड़ाव पर दो दिन में हजारों की संख्या में जाट समाज के लोग इकठा होंगे. जहाँ जाट समाज बड़ा फैसला लेगी कि रेल रोकनी है या सड़क.
आईजी से भी जाट समाज के लोगों ने की मुलाकात
साथ ही यह निर्णय लिया जाएगा कि किस जगह रोकनी है. बुधवार शाम को जाट समाज का प्रतिनिधि मंडल आईजी कार्यालय पहुंचा. जहां आईजी राहुल प्रकाश ,जिला कलेक्टर अजय यादव और एसपी मृदुल कच्छावा से वार्ता हुई. जाट समाज के प्रतिनिधि मंडल से जल्द ही सीएम से वार्ता कराने का फैसला हुआ है और वार्ता के बाद आरक्षण को लेकर सकारात्मक संदेश देखने को मिलेगा.