Ravichandran Ashwin withdraws: भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पारिवारिक मेडिकल इमरजेंसी के कारण शुक्रवार को राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे तीसरे टेस्ट मैच से हट गए. अनिल कुंबले के बाद 500 टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बनने के कुछ ही घंटों बाद यह खबर आई की राजकोट में चल रहे टेस्ट में अश्विन नहीं खेलेंगे. बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने जानकारी देते हुए लिखा, अश्विन की मां मेडिकल इमरजेंसी का सामना कर रही थीं. उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, " रविचंद्रन अश्विन की मां के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. उन्हें अपनी मां के पास रहने के लिए राजकोट टेस्ट छोड़कर चेन्नई जाना पड़ा है."
आश्विन के बीच टेस्ट में टीम छोड़कर जाने के बाद यह सवाल उठा कि भारत इस टेस्ट में 10 खिलाड़ियों के साथ ही खेलेगा या उनकी जगह कोई सब्सटीट्यूट खिलाड़ी टीम में शामिल किया जाएगा. हालांकि तीसरा दिन शुरू होने पर भारत को अश्विन का सब्सटीट्यूट देवदत्त पेडिकल मिल गया है. किसी खिलाड़ी मैच के दौरान बाहर होने परिस्तिथि में क्रिकेट के नियम क्या कहते है? आइये जानते हैं-
खिलाड़ी के बाहर होने वजह 'जायज' होनी चाहिए
रविचंद्रन के बाहर होने के बाद भारत राजकोट टेस्ट में केवल 10 खिलाड़ियों के साथ रह गया है. साथ ही भारत के पास केवल चार पूर्णकालिक गेंदबाज हैं. खेल के नियमों के संरक्षक मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के अनुसार, अंपायर एक सब्सटीट्यूट फील्डर को अनुमति दे सकते हैं यदि वे इस बात को लेकर संतुष्ट हैं कि मैच के दौरान कोई खिलाड़ी घायल हो गया है या बीमार हो गया है. एमसीसी के नियम संख्या 24.1.1.2 के अनुसार एक टीम 'पूरी तरह से स्वीकार्य कारण' के लिए एक सब्सटीट्यूट फील्डर भी रख सकती है.
Devdutt Padikkal is the substitute fielder for Ashwin on Day 3. pic.twitter.com/CHzNNJMyeb
— Johns. (@CricCrazyJohns) February 17, 2024
देवदत्त पडिकल बने सब्सटीट्यूट
अश्विन न तो बीमार हैं और न ही घायल हैं, इसलिए भारत को राजकोट में केवल इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की सहमति से एक सब्सटीट्यूट फील्डर रखने की अनुमति मिल गई है. अश्विन की जगह देवदत्त पडिकल को सब्सटीट्यूट खिलाड़ी के तौर अपर टीम में शामिल किया गया है. सब्सटीट्यूट फील्डर को बाकी मैच में बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. केवल कन्कशन सब्सटीट्यूट खिलाड़ियों को ही बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने की अनुमति होती है.
.