Diwali Tradition
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डिजिटल युग में भी जीवित है परंपरा, झालावाड़ में दिवाली पर होती है कलम-दवात की ख़रीदारी
- Monday October 20, 2025
- Written by: Riyaz Khan, Edited by: इकबाल खान
बुज़ुर्ग बताते हैं की ऋषि-मुनियों के सारे ग्रंथ कलम और दवात से लिखे गए, जो आज भी अमिट हैं. कभी बच्चों को स्कूलों में हैंडराइटिंग सुधारने के लिए कलम-दवात से लिखना सिखाया जाता था.
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Diwali Special: राजस्थान का वह पूर्व शाही परिवार जो दीपावली पर काले कपड़े पहनकर मनाता है शोक, जानें 300 साल पुराना इतिहास
- Thursday October 16, 2025
- Written by: अनामिका मिश्रा
Jaipur Royal Family diwali Tradition: राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक ऐसा पूर्व शाही घराना है, जो बरसों से दिवाली के दिन शोक मनाता आ रहा है. वह दीपोत्सव के दिन काला या डार्क ब्लू कपड़े पहनते है. इसके पीछे बहुत पुरानी मान्यता है.
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Diwali 2024: मेरियू, मांडना और बर्नाटी; इन अनूठी परंपराओं के साथ राजस्थान में मनाई जाती है दिवाली
- Friday November 1, 2024
- Written by: डॉ नासिर जैदी, Subhash Mehta, जहीर अब्बास उस्मानी, Edited by: Gaurav Kumar Dwivedi
Diwali Celebration: दीपावली की पूर्व संध्या पर डीडवाना में मांडना यानी रंगोली की परंपरा मनाई जाती है. इस दिन महिलाएं और युवतियां अपने-अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर आती हैं और आकर्षक रंगोलियों से दुकानों को सजाती हैं. खास बात यह है कि दीवाली के एक दिन पहले महिलाओं का बाजार में आकर रंगोली बनाने की यह परंपरा पूरे भारत मे सिर्फ डीडवाना में ही मनाई जाती है.
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Diwali 2024: राजस्थान में मां लक्ष्मी का प्राचीन मंदिर, चिट्ठी लिखकर मन्नत मांगते हैं भक्त, दिवाली पर उमड़ती है भारी भीड़
- Thursday October 31, 2024
- Written by: Subhash Mehta, Edited by: पुलकित मित्तल
मंदिर में चिट्ठी लिखकर रखने की परंपरा एक दशक पुरानी है. शहर निवासी श्रीमाल समाज की विभा श्रीमाल ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा की तीन बार परीक्षा दी. मगर वह दो से चार अंकों से पिछड़ गई.
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दिवाली पर हजारों साल पुरानी अनूठी परंपरा, अधूरा माना जाता है इसके बिना लक्ष्मी पूजन
- Wednesday October 30, 2024
- Written by: Sagar Sharma, Edited by: संदीप कुमार
स्थानीय बुजुर्ग, ज्योतिषी और पंडित बताते हैं कि हाट परंपरा करौली की अति प्राचीन परंपराओं में से एक है. जो यहां आदिकाल से दीपावली के पर्व पर चली आ रही है.
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रेगिस्तान में घोटुवां लड्डू के बिना अधूरी है दीवाली, सैलानी भी है इसके स्वाद के दीवाने, 250 साल पुराना है इतिहास
- Sunday October 27, 2024
- Written by: श्रीकांत व्यास, Edited by: Gaurav Kumar Dwivedi
Jaisalmer's Ghotuwa Laddu: जैसमलेर का मशहूर घोटुवां लड्डू भी रेगिस्तान की कठिन जीवन शैली और संघर्ष की गाथा बयां करता है. जितना यह स्वाद से भरपूर है, उसे बनाने में मेहनत भी उतनी ही है. इस मिठाई ने देश में ही नहीं, बल्कि 7 समुंदर पार तक अमिट छाप छोड़ी है. इस मिठाई की डिमांड पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी खूब है.
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Diwali 2023: दीपावली पर डीडवाना की अनोखी परंपरा, व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर मांडने बनाती हैं महिलाएं
- Sunday November 12, 2023
- Reported by: जहीर अब्बास उस्मानी, Edited by: पुलकित मित्तल
माना जाता है कि महिलाएं जब व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर रंगोली बनाती है, तो इससे महालक्ष्मी प्रसन्न होती है और इससे व्यापार में समृद्धि आती है. इसीलिए महिलाएं सज संवरकर बाजार आती है और फिर पूरी लगन से मांडना बनाती हैं.
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डिजिटल युग में भी जीवित है परंपरा, झालावाड़ में दिवाली पर होती है कलम-दवात की ख़रीदारी
- Monday October 20, 2025
- Written by: Riyaz Khan, Edited by: इकबाल खान
बुज़ुर्ग बताते हैं की ऋषि-मुनियों के सारे ग्रंथ कलम और दवात से लिखे गए, जो आज भी अमिट हैं. कभी बच्चों को स्कूलों में हैंडराइटिंग सुधारने के लिए कलम-दवात से लिखना सिखाया जाता था.
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Diwali Special: राजस्थान का वह पूर्व शाही परिवार जो दीपावली पर काले कपड़े पहनकर मनाता है शोक, जानें 300 साल पुराना इतिहास
- Thursday October 16, 2025
- Written by: अनामिका मिश्रा
Jaipur Royal Family diwali Tradition: राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक ऐसा पूर्व शाही घराना है, जो बरसों से दिवाली के दिन शोक मनाता आ रहा है. वह दीपोत्सव के दिन काला या डार्क ब्लू कपड़े पहनते है. इसके पीछे बहुत पुरानी मान्यता है.
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Diwali 2024: मेरियू, मांडना और बर्नाटी; इन अनूठी परंपराओं के साथ राजस्थान में मनाई जाती है दिवाली
- Friday November 1, 2024
- Written by: डॉ नासिर जैदी, Subhash Mehta, जहीर अब्बास उस्मानी, Edited by: Gaurav Kumar Dwivedi
Diwali Celebration: दीपावली की पूर्व संध्या पर डीडवाना में मांडना यानी रंगोली की परंपरा मनाई जाती है. इस दिन महिलाएं और युवतियां अपने-अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर आती हैं और आकर्षक रंगोलियों से दुकानों को सजाती हैं. खास बात यह है कि दीवाली के एक दिन पहले महिलाओं का बाजार में आकर रंगोली बनाने की यह परंपरा पूरे भारत मे सिर्फ डीडवाना में ही मनाई जाती है.
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Diwali 2024: राजस्थान में मां लक्ष्मी का प्राचीन मंदिर, चिट्ठी लिखकर मन्नत मांगते हैं भक्त, दिवाली पर उमड़ती है भारी भीड़
- Thursday October 31, 2024
- Written by: Subhash Mehta, Edited by: पुलकित मित्तल
मंदिर में चिट्ठी लिखकर रखने की परंपरा एक दशक पुरानी है. शहर निवासी श्रीमाल समाज की विभा श्रीमाल ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा की तीन बार परीक्षा दी. मगर वह दो से चार अंकों से पिछड़ गई.
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दिवाली पर हजारों साल पुरानी अनूठी परंपरा, अधूरा माना जाता है इसके बिना लक्ष्मी पूजन
- Wednesday October 30, 2024
- Written by: Sagar Sharma, Edited by: संदीप कुमार
स्थानीय बुजुर्ग, ज्योतिषी और पंडित बताते हैं कि हाट परंपरा करौली की अति प्राचीन परंपराओं में से एक है. जो यहां आदिकाल से दीपावली के पर्व पर चली आ रही है.
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रेगिस्तान में घोटुवां लड्डू के बिना अधूरी है दीवाली, सैलानी भी है इसके स्वाद के दीवाने, 250 साल पुराना है इतिहास
- Sunday October 27, 2024
- Written by: श्रीकांत व्यास, Edited by: Gaurav Kumar Dwivedi
Jaisalmer's Ghotuwa Laddu: जैसमलेर का मशहूर घोटुवां लड्डू भी रेगिस्तान की कठिन जीवन शैली और संघर्ष की गाथा बयां करता है. जितना यह स्वाद से भरपूर है, उसे बनाने में मेहनत भी उतनी ही है. इस मिठाई ने देश में ही नहीं, बल्कि 7 समुंदर पार तक अमिट छाप छोड़ी है. इस मिठाई की डिमांड पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी खूब है.
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Diwali 2023: दीपावली पर डीडवाना की अनोखी परंपरा, व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर मांडने बनाती हैं महिलाएं
- Sunday November 12, 2023
- Reported by: जहीर अब्बास उस्मानी, Edited by: पुलकित मित्तल
माना जाता है कि महिलाएं जब व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर रंगोली बनाती है, तो इससे महालक्ष्मी प्रसन्न होती है और इससे व्यापार में समृद्धि आती है. इसीलिए महिलाएं सज संवरकर बाजार आती है और फिर पूरी लगन से मांडना बनाती हैं.
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