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Rajasthan: विलुप्ति की कगार पर पहुंचे गोडावण का बढ़ा कुनबा,वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर
- Tuesday April 8, 2025
- Written by: श्रीकांत व्यास, Edited by: अनामिका मिश्रा
Rajasthan News: प्रोजेक्ट जीआईबी के तहत रामदेवरा स्थित ब्रिडिंग सेंटर में 6 अप्रैल को इस साल का पहला गोडावण का चूजा जन्मा है. यह इस वर्ष जन्म लेने वाला सातवां जीआईबी चिक (चूजा) है.
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Rajasthan: दो माह में विलुप्तप्राय गोडावण ने दिए 6 अंडे, सम सेंटर में अंडों से दो कैप्टिव-ब्रेड चूजे निकले
- Sunday June 2, 2024
- Reported by: श्रीकांत व्यास, Edited by: इकबाल खान
पिछले कुछ सालों से क्लोजर में सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिए गए हैं. वर्तमान में 70 से ज्यादा क्लोजर बने हुए हैं. इन क्लोजर में मानवीय दखल बिल्कुल नहीं है. ऐसे में मादा गोडावण को सुरक्षित वातावरण मिलने पर वह प्रजनन करती है. लगातार प्रजनन बढ़ने के पीछे वजह क्लोजर की सुरक्षा ही है.
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Jaisalmer: तपते रेगिस्तान में वन्यजीवों की गिनती कर रहे वन्यजीवकर्मी, गोडावण की संख्या 64 पहुंची, 22 की हुई बढ़ोतरी
- Saturday May 25, 2024
- Reported by: श्रीकांत व्यास, Edited by: इकबाल खान
23 मई की सुबह 8 बजे से 24 मई की सुबह 8 बजे तक डीएनपी एरिया में वन्यजीवों की गणना की गई है. कुल 64 में से 21 गोडावण रामदेवरा क्षेत्र में व जैसलमेर के सुदासरी, गजई माता, जामड़ा, चौहानी, सिपला व बरना क्षेत्र में 43 गोडावण नजर आए है.
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पिछले कुछ सालों से क्लोजर में सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिए गए हैं. वर्तमान में 70 से ज्यादा क्लोजर बने हुए हैं. इन क्लोजर में मानवीय दखल बिल्कुल नहीं है. ऐसे में मादा गोडावण को सुरक्षित वातावरण मिलने पर वह प्रजनन करती है. लगातार प्रजनन बढ़ने के पीछे वजह क्लोजर की सुरक्षा ही है.
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23 मई की सुबह 8 बजे से 24 मई की सुबह 8 बजे तक डीएनपी एरिया में वन्यजीवों की गणना की गई है. कुल 64 में से 21 गोडावण रामदेवरा क्षेत्र में व जैसलमेर के सुदासरी, गजई माता, जामड़ा, चौहानी, सिपला व बरना क्षेत्र में 43 गोडावण नजर आए है.
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