नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने आज ईपीएफओ की सिफारिश को स्वीकारते हुए पीएफ खाताधारकों को 8.15 प्रतिशत की दर से ब्याज देने का ऐलान किया है. इससे पहले यह ब्याज दर 8.10 प्रतिशत थी. इसी के साथ राजस्थान के सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को उनके पीएफ खाते पर वर्ष 2022-23 के लिए 8.15 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि सोमवार को केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि योजना के तहत जमा पर 8.15 प्रतिशत ब्याज दर की पुष्टि की है. इससे पहले 28 मार्च 2023 को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) जमा पर 8.15 प्रतिशत की दर से ब्याज देने का फैसला किया था और सरकार को सिफारिश भेजी थी जिसे सरकार ने आज स्वीकार कर लिया है. ईपीएफओ ने अपने छह करोड़ से अधिक सदस्यों के लिए ब्याज में मामूली बढ़ोतरी की है, जो इससे पहले 8.10 प्रतिशत थी. इन सभी खाताधारकों को अब थोड़ा ज्यादा ब्याज मिलेगा.
ईपीएफओ की साइट पर नई ब्याज दर अंकित हो गई है. गौर करें कि सोमवार को जारी एक आधिकारिक आदेश के अनुसार ईपीएफओ ने अपने क्षेत्रीय कार्यालयों को 2022-23 के लिए ईपीएफ पर 8.15 प्रतिशत की दर से ब्याज सदस्यों के खातों में जमा करने के लिए कहा है.
बता दें कि ईपीएफओ ने मार्च 2022 में 2021-22 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर को घटाकर 8.10 प्रतिशत कर दिया है. यह 1977-78 के बाद से सबसे कम ब्याज दर थी, जब ईपीएफ ब्याज दर आठ प्रतिशत थी.