भरतपुर के कलासड़ा सीएचसी प्रभारी डॉ. ताराचंद योगी ने कफ सिरप से बच्चों की तबियत बिगड़ने के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि खांसी की शिकायत होने पर उन्होंने खुद अपने साथी डॉक्टर से वही सिरप लिखवाकर 2-3 ML की डोज ली, जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ गई और उन्हें जयपुर में इलाज करवाना पड़ा। डॉ. ताराचंद ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर इस कफ सिरप के वितरण पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। देखिए, क्या है डॉक्टर का पूरा बयान और इस खुलासे के बाद अब क्या होगा इस विवादास्पद सिरप का?