डूंगरपुर जिले में गरीबों की लाइफलाइन कही जाने वाली 'मनरेगा योजना' (MGNREGA) बजट के अभाव में दम तोड़ रही है। जिले में पिछले 3 साल का करीब 280 करोड़ रुपये का मटेरियल भुगतान और मेट-कारीगरों का 1 साल का भुगतान अटका हुआ है। भुगतान न होने से सरपंचों की हालत खराब है और वे सप्लायर्ज़ से मुंह छिपाने को मजबूर हैं। इस मुद्दे पर बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत (Rajkumar Roat) ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जानबूझकर आदिवासियों की इस योजना को ठप कर दिया है, जिससे मजदूर गुजरात पलायन करने को मजबूर हैं।