राजस्थान हाई कोर्ट ने आदिवासी बेटियों को पैतृक संपत्ति में समान अधिकार देने का फैसला सुनाया है। इससे आदिवासी महिलाओं में खुशी की लहर है। वे इस फैसले का स्वागत करती हैं और न्यायालय के प्रति आभार व्यक्त करती हैं। अब उन्हें अपने पिता की संपत्ति में समान हिस्सा मिलेगा।