Holi celebration in Rajasthan: होली (Holi) या तो बरसाने की या फिर जैसाणे की ये कहावत काफी प्रचलित है और पीढ़ियों पुरानी ये कहावत एक बार फिर सार्थक सिद्ध हो रही है. आज के आधुनिक युग में जैसाणे के युवा फाग गायन की प्राचीन परम्परा को एक बार फिर जीवंत करते हुए गिरिराज बाबा (Giriraj Baba) और बरसाणे (Barsane) में राधा रानी (Radha Rani) के सम्मुख फाग खेलने का आयोजन कर रहे हैं. क्या कुछ खास है जैसाणे के इस फाग गायन (Fag Singing) में और क्या हैं मान्यताएं जानने के लिए देखिए NDTV की ये खास रिपोर्ट.