"बंदर की रोटी" नामक पेड़ जयपुर में कई पार्कों और सड़कों पर लगाए गए हैं, जो अब लोगों के लिए खतरे का कारण बन गए हैं. इस पेड़ के परागकण हवा में फैलकर अस्थमा, जुकाम, खांसी और सांस की समस्याएं पैदा करते हैं. इन पराग कणों का असर 5 किलोमीटर तक फैल सकता है. खासकर सुबह और शाम के समय इनका असर ज्यादा होता है. सेंट्रल पार्क, पुलिस मुख्यालय और मानसरोवर जैसे स्थानों पर यह पेड़ लगाए गए हैं, लेकिन अभी तक इनकी छंटाई या कटाई नहीं की गई है, जिससे अस्थमा के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. देखिये पूरी खबर...