टोंक (Tonk) में शीतला सप्तमी और अष्टमी (Sheetla Ashtami) के दिन मंदिरों में महिलाएं माता की पूजा-अर्चना करती हैं। वहीं अष्टमी के दिन घर पर बनाये हुए तरह तरह के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है। इस दिन महिलाएं ठंडा भोजन यानी एक दिन पहले बनाये खाने को अगले दिन ग्रहण भी करती हैं। जिसे स्थानीय भाषा में बासोड़ा भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि अष्टमी पर शीतला माता की पूजा अर्चना कर बासी खाने का भोग लगाने से रोगों से मुक्ति मिलती है, वहीं वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो शीतला अष्टमी सर्दियों का मौसम खत्म होने का संकेत होता है।