सभी मातृ मृत्युओं में से लगभग 46 प्रतिशत और नवजात शिशुओं की 40प्रतिशतमृत्यु, प्रसव के दौरान या प्रसव के बाद 24 घंटे के अंदर होती है. नवजात शिशुओं की मृत्यु के प्रमुख कारणों में समय से पहले प्रसव (35 फीसदी), नवजात शिशु को संक्रमण (33 फीसदी), प्रसव के दौरान दम घुटना (20 फीसदी) और जन्मजात विकृतियां (9 फीसदी) हैं. राजस्थान में हर तीन में से एक नवजात शिशु का वजन कम है. उनमें से अधिकांश अंततः दुबलेपन से पीड़ित हैं, यानी उनकी ऊंचाई के सापेक्ष कम वजन. ये समस्याएँ खराब मातृ पोषण और अनुचित शिशु-आहार प्रथाओं से उत्पन्न होती हैं.