Rajasthan Arts and Crafts: बाड़मेर की विश्व प्रसिद्ध कशीदाकारी कला बाड़मेर। जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर अपनी ढाणी में चतराराम ओर उनका पूरा परिवार कचरे से कला उकेर आ रहे हैं। बाड़मेर के लगभग दो सौ गांवों की महिलाएं ओर पुरुष इस कलाकारी से जुड़े हैं ओर अपनी आजीविका कमाने के साथ साथ विश्व भर में अपनी कला का परचम लहरा रहे हैं।पाक विस्थापित चतराराम ही इस कला के जनक है. लेकिन बिना संरक्षण के ये कला विलप्त होने के कगार पर है.