डांगड़ी गाँव (Dangdi village) की महिलाओं ने बंजर जमीन को हरियाली से भर दिया और इस बंजर जमीन को फिर से जिंदा करने का श्रेय संतोष देवी (Santosh Devi) नाम की महिला को जाता है. जो खेतों को नुकसान पहुँचाने वाले पशुओं के चारे के इंतजाम के बारे में सोचा करती थी. उन्होंने आवारा पशुओं के चारे को ध्यान में रखते हुए पेड़ लगाना शुरू किया. पहले तो गाँव के लोगों ने साथ नहीं दिया लेकिन उनकी कर्तव्य निष्ठा को देखते हुए धीरे धीरे दूसरी महिलाएं जुड़ने लगी और बाद में पुरुषों ने साथ दिया और उसका नतीजा ये रहा की जिस जमीन को कभी बंजर कहा जाता था. वहाँ चारों तरफ हरे भरे पेड़ लग गए. और अगर कोई गलती से भी इन पेड़ों को नुकसान पहुँचाने की कोशिश मत कीजिएगा नहीं तो आपको ग्यारह हज़ार रुपए का जुर्माना तक भरना पड़ सकता है.