उदयपुर (Udaipur) के पूर्व राजघराने के विवाद में मंगलवार रात लक्ष्मी राज सिंह मेवाड़ (Laxmi Raj Singh Mewar) ने अपना पक्ष रखा, जबकि प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में था. इस दौरान विश्वराज सिंह ने मेवाड़ के लोगों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनके सही बात के लिए आवाज उठाई, लेकिन उन्होंने कानून को हाथ में न लेने का संकल्प लिया. विश्वराज सिंह (Vishwaraj Singh) ने कहा कि मेवाड़ साहस के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन साथ ही सभ्यता के लिए भी जाना जाता है. हालांकि, प्रशासन की कुछ कमियाँ नजर आईं, जिससे वह अपने दर्शन पूरी नहीं कर सके। पुलिस अधिकारियों और उदयपुर कलेक्टर ने मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन बात अरविंद सिंह के बेटे से की गई बातचीत के बावजूद बेनतीजा रही. सिटी पैलेस में जाने से रोके जाने के बाद, विश्वराज सिंह अपने समर्थकों के साथ कुछ मीटर की दूरी पर स्थित जगदीश चौक चले गए.