Hindi Sahitya Samiti Bharatpur: सरकार अक्सर साहित्य बचाने की बात करती है. इसके लिए अभियान भी चलाए जाते हैं. लेकिन हकीकत में तस्वीर कुछ उलट ही दिखती है. इसका सबूत राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) में स्थित हिंदी साहित्य समिति है जो 112 साल पुराना है और 450 साल पुरानी धरोहर को संजोए हुए हैं. लेकिन विडंबना यह है कि इस पर अब नीलामी की तलवार लटकी है. राज्य सरकार के द्वारा इसे आर्थिक सहयोग न मिल पाने की वजह से यहां काम कर रहे कर्मचारियों का वेतन 6 महीने से रूका है. हाल यह है कि अब कर्मचारियों का वेतन हिंदी साहित्य समिति को नीलाम कर देने की बात हो रही है. कोर्ट नीलामी की नोटिस भी भेज चुका है. इसकी आखिरी तारीख 16 फरवरी थी लेकिन अब इसे तत्काल रद्द किया गया है. लेकिन अब 19 फरवरी को इस पर फिर से फैसला लिया जाएगा.