Rajasthan News: बीकानेर स्थित राजस्थान का शिक्षा विभाग (Rajasthan Education Department) भी अपनी अजीब कार्यशैली के चलते आए दिन सुर्खियों में रहता है. अब ये विभाग शिक्षकों के एडजस्टमेंट को लेकर चर्चा में है. लंबे अरसे के बाद शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया शुरू हुई थी. लेकिन इस प्रक्रिया कई नियमों को दरकिनार कर टीचर्स को पोस्टिंग (Govt Teachers Posting) दी गई है.
2 बच्चों को पढ़ाने के लिए 6 टीचर्स
स्कूलों में अर्धवार्षिक एग्जाम शुरू होने वाले हैं. इससे सप्ताह भर पहले शिक्षा विभाग ने सरप्लस चल रहे टीचर्स का एडजस्टमेंट किया है. इस एडजस्टमेंट में जहां जसनाथपुरा-कतरियासर में स्थित इंग्लिश मीडियम स्कूल दो बच्चों के लिए छह टीचर्स को लगाया गया है. इस स्कूल में सिर्फ दो बच्चों का नामांकन है. लेकिन यहां नौरंगदेसर के इंग्लिश मीडियम स्कूल से लेवल सेकण्ड टीचर समेत चार शिक्षकों को लगाया गया है. जबकि यहां पहले से ही दो अध्यापक कार्यरत हैं. अब इस स्कूल में दो बच्चों को पढ़ाने के लिए 6 टीचर्स हो गए हैं.
दिव्यांग टीचर की 65 KM दूर पोस्टिंग
दूसरे निर्णय के तहत शिक्षा विभाग ने राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, धीरेसर पुरोहितान में लेवल वन पर पोस्टेड दिव्यांग अध्यापिका अन्जना सहारण का समायोजन 65 किलोमीटर दूर स्थित दुलचासर के स्कूल में कर दिया है. जबकि वर्तमान स्कूल से सिर्फ 9 किमी दूर गुसाइंसर में पोस्ट वैकेन्ट है.
12 दिसंबर तक शिकायत कर सकेंगे
इन सारे विवादास्पद निर्णयों के बाद शिक्षक संघों ने विरोध किया तो शिक्षा विभाग जागा. अब माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने प्रभावित टीचर्स की शिकायतों के निस्तारण के लिए जिला और मन्डल लेवल पर चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. समायोजित टीचर्स अपनी शिकायत 12 दिसम्बर तक ईमेल के जरिए परिवेदना कमेटी को भेज सकेंगे. उन्हें समायोजन की गाइड लाइन जिस बिन्दु का उल्लंघन किया गया है, उसका उल्लेख करना होगा. उसके बाद 13 दिसम्बर तक कमेटी की ओर से परिवेदनाओं का निस्तारण कर दिया जाएगा.
विकलांग टीचर के एडजस्टमेंट का आदेश नहींदुलचासर के स्कूल में भेजी गईं दिव्यांग अध्यापिका अन्जना सहारण का कहना है कि मैं दोनों पैरों से विकलांग हूं. समायोजन के आदेश में साफ था कि किसी विकलांग शिक्षक का समायोजन नहीं किया जाएगा. मगर इसके बावजूद मुझे वर्तमान स्कूल से 65 किमी दूर पोस्टिंग दी गई है. अब मैंने पोस्टिंग प्लेस में तब्दीली के लिए डीईओ को शिकायत दी है. वहीं शिक्षा निदेशक सीताराम जाट का कहना है कि जिन टीचर्स का समायोजन गाइड लाइन के मुताबिक नहीं हुआ है, वे अपनी परिवेदना 12 दिसम्बर तक सम्बन्धित कमेटी को दे सकेंगे. उनकी परिवेदनाओं का निस्तारण 13 दिसम्बर को कर दिया जाएगा.
उधर शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल नारायण आचार्य का कहना है कि समायोजन की प्रक्रिया शुरू में ही काउन्सलिंग के जरिए होती तो इस तरह की समस्याएं पैदा नहीं होती. विभाग ने टीचर्स के साथ काउन्सलिंग नहीं की इसलिए ये सारी दिक्कतें आ रही हैं. अब विभाग को चाहिए कि शिक्षकों के साथ पहले काउन्सलिंग करे और उसके बाद उन्हें पोस्टिंग दे.
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