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This Article is From Jul 27, 2023

पीएम मोदी और अशोक गहलोत ने 'लाल डायरी' और 'लाल टमाटर' को लेकर एक-दूसरे पर तंज कसे

राज्य के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने हाल में विधानसभा में कथित 'लाल डायरी' लहराई थी. बाद में उन्होंने दावा किया कि डायरी में 'दो नंबर का लेनदेन' दर्ज है और इसमें मुख्यमंत्री का नाम भी है.

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पीएम मोदी और अशोक गहलोत ने 'लाल डायरी' और 'लाल टमाटर' को लेकर एक-दूसरे पर तंज कसे
पीएम मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटो).
जयपुर:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 'लाल डायरी' को लेकर अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसा तो गहलोत ने पलटवार में 'लाल सिलेंडर' एवं 'लाल टमाटर' की कीमतों को लेकर मोदी पर कटाक्ष किया. राज्य के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने हाल में विधानसभा में कथित 'लाल डायरी' लहराई थी. बाद में उन्होंने दावा किया कि डायरी में 'दो नंबर का लेनदेन' दर्ज है और इसमें मुख्यमंत्री का नाम भी है.

सीकर में आज एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने डायरी को कांग्रेस द्वारा चलाई जा रही 'लूट की दुकान' का उत्पाद बताया. बाद में, गहलोत ने प्रधानमंत्री पर 'लाल सिलेंडर' (रसोई गैस) को 1,150 रुपये में बेचने में 'असली लूट' का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने 'लाल टमाटर' की कीमत के बारे में भी शिकायत की.

पीएम मोदी ने कथित 'लाल डायरी' का जिक्र करते हुए सीकर की सभा में कहा,''कांग्रेस ने राजस्थान में सरकार चलाने के नाम पर सिर्फ लूट की दुकान चलाई है और झूठ का बाजार सजाया है. कांग्रेस का मतलब ही है लूट की दुकान, झूठ का बाजार. लूट की इस दुकान का सबसे ताजा ‘प्रोडक्ट' है, राजस्थान की 'लाल डायरी'.''

पीएम मोदी ने कहा,‘‘कहते हैं कि इस 'लाल डायरी' में कांग्रेस सरकार के काले कारनामे दर्ज हैं. लोग कह रहे हैं कि 'लाल डायरी' के पन्ने खुले तो अच्छे-अच्छे निपट जाएंगे.'' उन्होंने कहा,''कांग्रेस के बड़े से बड़े नेताओं की इस 'लाल डायरी' का नाम सुनते ही बोलती बंद हो रही है. ये लोग भले ही मुंह पर ताला लगा लें, लेकिन ये लाल डायरी इस चुनाव में पूरी कांग्रेस का डिब्बा गोल करने जा रही है.''

प्रधानमंत्री की रैली के कुछ देर बाद मुख्यमंत्री आवास पर 'लाभार्थी संवाद' कार्यक्रम में गहलोत ने कहा कि ''असली लूट'' मोदी कर रहे हैं.

उन्होंने कहा,‘‘असली लूट तो आपने (प्रधानमंत्री ने) 1150 रुपये में 'लाल सिलेंडर' बेचकर मचा रखी है, लाल टमाटर 150 रुपये में बेचा जाता है, गुस्से में लोगो का चेहरा लाल हो गया है क्योंकि उनकी आय महंगाई के बोझ के कारण प्रभावित होती है … प्रधानमंत्री को उन्हें राहत प्रदान करने के बारे में बात करनी चाहिए थी कि लोगों को कैसे राहत दी जाए.''

मुख्यमंत्री ने कहा कि लाल डायरी को लेकर जानबूझ कर प्रचार किया गया और पूर्व मंत्री (राजेंद्र गुढ़ा) को 'मोहरा' बनाया गया.

उन्होंने कहा,‘‘विधानसभा के अंदर (भाजपा विधायकों द्वारा) 50-60 डायरियां लहराई गईं… कल मैंने सुना कि उन्हें संसद में भी लहराया गया था, तो क्या मोदी इतने घबरा गये हैं?''

उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा नेताओं ने हाल ही में रैलियां कीं और राज्य सरकार पर हमला किया. गहलोत ने दावा किया कि लेकिन यह राजस्थान सरकार ही है जिसने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की.

उन्होंने कहा, ‘‘वे इतने घबरा गये हैं कि कुछ भी बोल रहे हैं.' लाल डायरी का फिर जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि एक ऐसी डायरी को लेकर राजनीति हो रही है जिसका कोई अस्तित्व ही नहीं है.

महिला अत्याचार को लेकर विधानसभा में अपनी ही सरकार को घेरने पर बर्खास्त किए जाने के एक दिन बाद गुढ़ा ने सोमवार को विधानसभा में एक लाल डायरी लहराई थी. भाजपा विधायकों ने प्रतीकात्मक 'लाल डायरियां' भी लहराईं थी.

उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री को 'डायरी' के बारे में जानकारी क्यों नहीं मिल सकी, जबकि प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग और केंद्रीय जांच ब्यूरो जैसी एजेंसियां उनके अधीन हैं.

पूर्व मंत्री गुढ़ा ने दावा किया था कि 2020 में प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान गहलोत ने उनसे कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ के घर से एक लाल डायरी लाने के लिए कहा था.

मुख्यमंत्री ने मणिपुर हिंसा को लेकर भी केंद्र पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मणिपुर की घटना दिल्ली के 'निर्भया कांड' से भी ज्यादा वीभत्स थी और वीडियो सामने आने के बाद जब उच्चतम न्यायालय ने हस्तक्षेप किया तो प्रधानमंत्री को मीडिया के सामने आना पड़ा.

गहलोत ने परियोजनाओं का उद्घाटन कार्यक्रम आनलाइन देखा. बाद में प्रधानमंत्री की रैली हुई.

मोदी के परियोजनाओं के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत के निर्धारित संबोधन कार्यक्रम को हटाए जाने को लेकर बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) आमने सामने आ गए. गहलोत ने कहा कि पीएमओ ने प्रधानमंत्री मोदी के सीकर वाले कार्यक्रम में उनका पूर्व निर्धारित संबोधन कार्यक्रम हटा दिया है.

पीएमओ के अनुसार गहलोत को इस कार्यक्रम के लिए विधिवत आमंत्रित किया गया था लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय ने सूचित किया कि वह इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे. इसके बाद गहलोत ने उनके कार्यालय से भेजे पत्र की प्रति शेयर करते हुए कहा कि 'कल रात को मुझे पुन: अवगत करवाया गया कि मेरा संबोधन नहीं होगा.'

पीएम मोदी ने हालांकि सार्वजनिक कार्यक्रम के आखिर में गहलोत के खराब स्वास्थ्य का जिक्र करते हुए कहा , ‘‘मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं.''

गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम से जुड़े. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यक्रम के आखिर में गहलोत के नहीं आने एवं उनके खराब स्वास्थ्य का जिक्र किया. बाद में गहलोत ने जवाब दिया कि वह पीएम द्वारा दिखाई गई चिंता के लिए 'आभारी' हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि पीएमओ ने 'अचानक' उनका संबोधन रद्द कर दिया था.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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