
Alwar Crime News: राजस्थान में अलवर के गोविंदगढ़ में 'नकली पुलिस' बनकर फिरौती वसूलने वाले शातिर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने एक ई-मित्र संचालक के अपहरण की गुत्थी सुलझाई. पुलिस ने गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसके बाद हुए खुलासों ने पुलिस को भी सकते में डाल दिया है.
ई-मित्र संचालक का अपहरण नकली पुलिस बनकर किया
गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने इस कार्रवाई में साजिद उर्फ काला और निरजू नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये दोनों नकली हरियाणा पुलिस बनकर एक लाल बत्ती लगी गाड़ी में सवार होकर डीग जिले के सैमला खुर्द गांव पहुंचे थे. पुलिस के अनुसार, उन्होंने 28 जून 2025 को पीड़ित साजिद का उसकी ई-मित्र की दुकान से अपहरण कर लिया.

पकड़े गए आरोपी
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चार लाख रुपये की मांगी थी फिरौती
पीड़ित ने आगे बताया कि आरोपी दुकान से नकदी, मोबाइल फोन और कंप्यूटर समेत कई अन्य कीमती सामान भी लूटकर ले गए थे. इसके बाद उन्होंने ई-मित्र संचालक के परिवार से संपर्क कर चार लाख रुपये की फिरौती मांगी। न देने पर जान से मारने की धमकी दी. जिस पर परिवार ने पैसे दे दिए और उसके बाद अपहृत व्यक्ति को छोड़ दिया गया.
मामले में दो गिरफ्तारी, अन्य की तलाश जारी
इसके बाद पीड़िता ने एफआईआर (किसी व्यक्ति द्वारा किसी अन्य व्यक्ति के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कराने के लिए मजिस्ट्रेट के समक्ष दिया जाने वाला आवेदन या याचिका) के माध्यम से घटना की सूचना थाने में दी. इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. साथ ही, आरोपियों को पकड़ने के लिए एक जांच दल भी रवाना कर दिया. लगातार जांच के बाद साढ़े तीन महीने बाद कल यानी शनिवार को मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही, उनके अन्य फरार साथियों की तलाश जारी है.
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