Rajasthan News: पत्रकार से निर्देशक बने प्रीतिश नंदी का बुधवार को मुंबई में उनके आवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. इस खबर की पुष्टि दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर ने की. अभिनेता खेर ने अपने एक्स पर दिवंगत निर्देशक की याद में एक नोट साझा किया और दशकों पुरानी दो मोनोक्रोमैटिक तस्वीरें साझा की.
अनुपम ने लिखा कि मेरे सबसे प्यारे और करीबी दोस्तों में से एक प्रीतिश नंदी के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ और सदमा लगा. अद्भुत कवि लेखक, फिल्म निर्माता और एक साहसी और अद्वितीय संपादक/पत्रकार थे. वह मेरे सपोर्ट सिस्टम थे और मुंबई में मेरे शुरुआती दिनों में ताकत का एक बड़ा स्रोत थे.
निडर लोगों में से एक थे प्रीतीश
अनुपम ने आगे लिखा कि हमारे बीच कई चीजें एक जैसी थी. वह उन सबसे निडर लोगों में से एक थे, जिनसे मैं मिला था. मैंने उनसे बहुत सी चीजें सीखीं. हाल ही में हम अक्सर नहीं मिलते थे. लेकिन एक समय था जब हम अविभाज्य थे. वह यारों के यार की सच्ची परिभाषा थे. मैं उनके साथ बिताए पलों को हमेशा याद करूंगा.
राज्यसभा सदस्य के रूप में किया काम
प्रीतीश नंदी का जन्म बिहार के भागलपुर में एक बंगाली परिवार में हुआ था. वह एक बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी थे. वह एक चित्रकार कवि और प्रोड्यूसर भी थे. उन्होंने महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्यसभा के सदस्य के रूप में भी काम किया. वह तत्कालीन शिवसेना से संसद सदस्य के तौर पर उच्च सदन के लिए चुने गए थे.
अंग्रेजी में लिखी 40 पुस्तकें
प्रीतीश ने अंग्रेजी में कविता की 40 पुस्तकें लिखी हैं और बंगाली, उर्दू और पंजाबी के अन्य लेखकों की कविताओं का अंग्रेजी में अनुवाद किया है. साथ ही ईशा उपनिषद का एक नया संस्करण भी लिखा है. इसके अलावा उन्होंने कहानियों और गैर-काल्पनिक पुस्तकों के साथ-साथ संस्कृत से शास्त्रीय प्रेम कविताओं के अनुवाद की तीन पुस्तकें भी लिखी हैं.