Rajasthan And Bollywood Songs : बॉलीवुड फिल्मों के कई गानों में राजस्थानी रंग देखने को मिलता है. उनमें से कुछ गाने ऐसे हैं जो राजस्थान से लिए गए और हिंदी फिल्मों में सुपर डुपर हिट साबित हुए. वैसे तो हिंदी फिल्मों में देश के हर कोने के लोकगीत को जगह मिली है लेकिन राजस्थान इनमें सबसे आगे है. कई राजस्थानी गाने बॉलीवुड में शामिल हुए और जबरदस्त तरीके से लोगों की जुबान पर चढ़ें और उनके फेवरेट बन गए. आइए डालते हैं ऐसे ही कुछ गानों पर नजर...
नींबूड़ा-नींबूड़ा
'हम दिल दे चुके सनम' के कई गाने सुपरहिट थे लेकिन 'नींबूड़ा नींबूड़ा' गाने में ऐश्वर्या राय का डांस हर किसी को पसंद आया था. आज भी ये गाना काफी हिट है. ये राजस्थानी लोकगीत से लिया गया है.
अंजन की सीटी में म्हारो मन डोले
1991 में आई फिल्म 'मां' में अल्का याग्निक और अनु मलिक का गाया गाना 'अंजन की सीटी में म्हारो मन डोले' काफी हिट रहा. इस गाने को आज भी सुना जाता है. Ye गाना भी राजस्थानी लोकगीत से लिया गया और हिंदी सिनेमा में छा गया.
तखत छडायो हीर
'हाइवे' फिल्म का गाना लोगों को काफी पसंद आया था. फिल्म में जब आलिया भट्ट और रणदीप एक ढाबे पर रूकते हैंं, तब कुछ लोक कलाकार चारपाई पर मंडली लगाकर ये गीत गा रहे होते हैं. सावन खान मांगणियार ने इस गाने का गाया है.
केसरिया बालम
राजस्थानी लोक गीत 'केसरिया बालम' बॉलीवुड की कई फिल्मों में अलग-अलग आवाज के साथ गाया गया है. 'नन्हे जैसलमेर' फिल्म में भी ये गाना लिया गया,जिसे जयेश गांधी ने गाया है. 'बवंडर', 'धनक' जैसी फिल्मों में भी ये गाना सुनने को मिला है.
दमादम मस्त कलंदर
ये एक सिंधी गाना है, जिसे राजस्थान के मोती खान ने अपनी खनकती आवाज में गाया है. गाने का फ्यूजन इतना बेहतरीन है कि कई फिल्मों में इसे लिया गया है और हर किसी की जुबान पर ये गाना है. इस गाने में अपनी राजस्थानी छाप छोड़ी है.
चूड़ियां खनक गई
'लम्हे' मूवी के इस गाने में राजस्थान की छाप देखने को मिलती है. इस गाने में श्रीदेवी राजस्थानी रंग में रंगी नजर आईं थीं. 'मोरनी बागां में बोली रे आधी रात मां' गाना भी इसी फिल्म का है, जिसमें राजस्थानी कल्चर देखने को मिलता है.
बन्ना रे बागां में
सावन चल रहा है तो बता दें कि सावन वाला ये गीत 'गंगा की कसम' फिल्म से है. इस गाने को सुनकर मन की कोयल जरूर बोल उठेगी. एक समय ये गाना कई लोगों का फेवरेट हुआ करता था.
कागो बोले
'आई एम कलाम' फिल्म का गाना 'कागा उड़कर सुगन बता कब आएगा बालम मेरा' काफी पसंद किया जाता है. इस गाने में राजस्थानी रंग देखने को मिलता है. इस गाने को शिवजी ढ़ोली ने गाया है.