Effects of Pollution: सर्दियों की शुरुआत के साथ ही प्रदूषण ( Pollution) बढ़ने लगा है. जहरीली होती आबो मौसम में लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है. इसके चलते कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. कई रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि बढ़ते प्रदूषण से कैंसर(Cancer) जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं. इसके बाद लोगों की चिंता बढ़ गई है. क्योंकि उन्हें रोजमर्रा के कामों के लिए बाहर जाना पड़ता है, ऐसे में जहरीली हवा में सांस लेना उनकी मजबूरी बन गई है.
वायु प्रदूषण बन रहा कैसर का मुख्य कारण
इस संबंध में फोर्टिस(Fortis) के सीनियर डायरेक्टर डॉ. निरंजन नाइक ने आईएएनएस से बात की . जिसमें उन्होंने बताया कि क्या वाकई प्रदूषण के कारण लोगों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है? उन्होंने बातचीत करते हुए कहा कि लगातार जहरीले होते वातावरण में सांस लेने से भविष्य में इंसानों में कैंसर का खतरा बढ़ गया है. खासकर वायु प्रदूषण (Air pollution) के कारण इसके और अधिक फैलने की संभावना है.
फेफड़ों से लेकर इन कैंसरों के होने का रहता है खतरा
वायु प्रदूषण से कई तरह के कैंसर हो सकते हैं. इसके प्रभाव में आने से लोगों को फेफड़े का कैंसर, स्तन कैंसर, रक्त कैंसर और त्वचा कैंसर हो सकता है. ये सभी ज्यादातर हवा के अत्यधिक संपर्क में रहने के कारण हो सकते हैं.इसलिए मौजूदा समय में वायु प्रदूषण के कारण कैंसर का खतरा बहुत बढ़ गया है.
बाहर निकलने से पहले करें ये उपाय
डॉक्टर्स के मुताबिक अगर आप बाहर जाते हैं, तो मास्क लगाकर चले.
धूम्रपान की आदत को छोड़ने का प्रयास करे. क्योंकि उन लोगों में भी कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.
पौष्टिक आहार का सेवन करें,
व्यायाम करें,
तनाव न लें
कम से कम छह-सात घंटे की नींद जरूर लें.
इन सावधानियों का भी रखें ख्याल
ऐसे में इस लगातार बढ़ते प्रदूषण में बाहर निकलते समय सभी को बहुत सावधान रहने की जरूरत है. इसके लिए सबसे पहले तो व्यस्त ट्रैफिक के समय घर से बाहर निकलने से बचें. पैदल चलने से बचें, क्योंकि इससे वायु प्रदूषण का खतरा और भी बढ़ जाता है. अधिक ट्रैफिक वाले इलाकों में जाने से बचें. अगर आप गाड़ी चला रहे हैं, तो अपनी कार का एयर कंडीशनर चालू रखें, ताकि बाहर की हवा अंदर न जाए. इसके अलावा आप अपने घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)