विज्ञापन
Story ProgressBack

चाकू के हमले से जख्मी था दिल, ऑपरेशन के दौरान मरीज को आया हार्ट अटैक, डॉक्टरों ने ऐसे बचाई जान

Rare Case of Medical Science: बीते शनिवार को जयपुर के SMS हॉस्पिटल के ट्रोमा सेंटर में पहुंचे 20 साल के युवराज सिंह को बदमाशों ने लूट के दौरान छाती पर चाकू मार दिया था. इससे उसका दिल जख्मी हो गया था. इलाज के दौरान जब डॉक्टर सर्जरी कर रहे थे, तभी युवराज को हार्ट अटैक आया. लेकिन इसके बाद डॉक्टरों ने सही समय पर सही इलाज करते हुए उसकी जान बचाई.

Read Time: 4 min
चाकू के हमले से जख्मी था दिल, ऑपरेशन के दौरान मरीज को आया हार्ट अटैक, डॉक्टरों ने ऐसे बचाई जान
युवराज अब खतरे से बाहर है. उसकी जान बचाने वाले मेडिकल स्टाफ की टीम.

Rare Case of Medical Science: डॉक्टरों को यूं ही भगवान नहीं कहा जाता. राजस्थान की राजधानी जयपुर के सबसे बड़े अस्पताल सवाई मान सिंह हॉस्पिटल (SMS Hospital) के डॉक्टरों ने एक ऐसा कारनामा किया है जिसे सुनकर दूसरे डॉक्टर भी अचरज में हैं. दरअसल लूटपाट के दौरान बदमाशों के हमले से जख्मी हुआ एक युवक यहां भर्ती हुआ था. बदमाशों  ने युवक की छाती पर चाकू से कई वार किए थे. ऐसे में उसका दिल बुरी तरह से जख्मी हो गया था. मरीज की हालत को देखते हुए डॉक्टर उसे तुरंत ऑपरेशन थिएटर में ले गए. लेकिन उसकी सर्जरी हो रही थी उसी दौरान युवक को हार्ट अटैक आ गया. इससे उसकी जान जाने ही वाली थी कि डॉक्टरी ने सही समय पर सही फैसला लेते हुए उसे बचा लिया. 

शनिवार को बदमाशों ने मार दिया था चाकू

दरअसल बीते शनिवार को SMS ट्रोमा सेंटर में पहुंचे 20 साल के युवराज सिंह को बदमाशों ने लूट के दौरान छाती पर चाकू मार दिया था. इस जख्म के बाद भी युवराज होश में था. उसे बात करते हुए देख उसके परिवार ने सोचा भी नहीं होगा कि उनके बच्चे के हार्ट में इतनी गंभीर चोट है कि बस यह कुछ घंटों का मेहमान है. डॉक्टर्स की टीम ने जब पाया की मरीज़ का BP काफ़ी कम है  (hypotension) और हार्ट धड़कन की आवाज़ भी कम है (muffled heart sound)  तो तुरंत eFAST जाँच की गई. जिसमे हार्ट के चारों तरफ़ खून के रिसाव से हार्ट पर अत्यधिक बढ़ता हुआ दबाव पाया गया. जिसे कार्डियक टेम्पोनाड़ कहते है.

हार्ट के चारों ओर जम गए थे खून के धक्के

मरीज़ को SMS अस्पताल अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा, सर्जरी HOD डॉ. प्रभा ओम, नोडल ऑफिसर ट्रोमा डॉ. अनुराग धाकड़ के मार्गदर्शन में ट्रोमा सर्जरी के डॉ. दिनेश गोरा, रेज़ीडेंट्स डॉ. आशीष, डॉ. आकाश, डॉ. वक्ताराम द्वारा तुरंत ऑपरेशन शुरू किया गया. हार्ट के चारों तरफ़ अत्यधिक खून के थक्के और वेंट्रिकल में छेद होना, BP का लगातार गिरना ओर बीटिंग हार्ट से होने वाले रक्तस्राव को तुरंत कंट्रोल करना चुनौतीपूर्ण था. 

सर्जरी के दौरान हार्ट अटैक आते ही उड़े डॉक्टरों से होश

बीटिंग हार्ट रिपेयर कर ब्लीडिंग कंट्रोल की गई. परंतु ऑपरेशन के दौरान ही कार्डियक अरेस्ट आने से डॉक्टरों से होश उड़ गए. लेकिन फिर तुरंत डॉक्टरों ने युवराज को Internal CPR (open cardiac massage) देकर cardiac activity उसकी धड़कन वापस लौटा दी. डॉ. गोरा ने बताया कि ऐसी चुनौतीपूर्ण स्थिति हर एक सेकंड क़ीमती होती है. सर्जन के शरीर में  एड्रीनलीन रश होता है. बिना घबराए, टीम के संयम और समन्वय से ही अच्छे नतीजे मिलते है. 

नोडल अधिकारी बोले- प्रोटोकॉल समय आधारित हो तो जान बचाना संभव

ट्रोमा सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग धाकड ने बताया कि प्रोटोकॉल समय पर आधारित हो तो कितनी ही जान बच सकती है. इस ऑपरेशन के दौरान एनस्थिसिया टीम से डॉ. प्रियंका, डॉ. कुलश्रेठ, डॉ. शिल्पा का रिस्सिएटेशन में महत्वपूर्ण योगदान रहा। ओटी एवम् ICU स्टाफ नरेंद्र, बृजमोहन, सरोज, पवन, मंजु आदि का योगदान रहा. वहीं युवराज का इलाज पूरा होने के बाद उनके परिजनों ने डॉक्टर का शुक्रिया अदा करते हुए उन्हें भगवान बताया.

परिजनों ने कहा- हमारे बच्चे को बचाने वाले डॉक्टर भगवान

परिजनों ने कहा कि हमारे बच्चे को गंभीर हालत में तुरंत ऑपरेशन में लेकर जान बचाने वाले डॉक्टर्स और स्टाफ भगवान का रूप है. हमारा सब काम निःशुल्क हुआ है. इमरजेंसी हालत में स्वास्थ्य स्कीम ना जुड़ पाने, खून की व्यवस्था ना होने पर भी जान बचाने का ऑपरेशन तुरंत हो गया. हम हमेशा इनके शुक्रगुजार रहेंगे. डॉक्टरों ने बताया कि युवराज का केस अपने आप में राज्य का पहला केस था. जिसे बचाकर डॉक्टरों ने सही मायने में अपना काम बखूबी से अंजाम दिया है. 

यह भी पढ़ें - Analysis: राजस्थान के बजट से लोकसभा चुनाव की सेटिंग! पढ़ें 5 बड़ी घोषणाओं के सियासी मायने

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Close