Bharat Jodo Nyay Yatra: मणिपुर के थौबल से कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत रविवार को हो गई. पिछले साल राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाले थे. मणिपुर से रविवार को निकली यह यात्रा मुंबई तक जाएगी. इसे भारत जोड़ो यात्रा का दूसरे दौर कहा जा रहा है. कांग्रेस ने इसे भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) का नाम दिया गया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज मणिपुर के थौबल से शुरू होकर 67 दिनों में 110 जिलों से गुजरते हुए लगभग 6,700 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी.
आज रविवार की सुबह देशभर से कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मणिपुर के लिए रवाना हो गए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) भी सुबह दिल्ली एयरपोर्ट से मणिपुर के लिए रवाना हुए.
इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'राहुल गांधी ने बहुत ऐतिहासिक कदम उठाया है. इससे इतिहास बनेगा. देश के सामने जो चुनौतियां हैं उससे छुटकारा मिलेगा'.
'भारत जोड़ो न्याय यात्रा'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को मणिपुर से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू की जिसके जरिये पार्टी का प्रयास होगा कि लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों को विमर्श के केंद्र बिंदु में लाए जाए.
इंफाल के बोथल से बस के जरिये यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी ने कहा कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' निकाली जा रही है क्योंकि देशवासी भारी अन्याय का सामना कर रहे हैं.
Shri @RahulGandhi pays tribute at the Khongjom War Memorial.
— Congress (@INCIndia) January 14, 2024
The complex boasts the world's tallest sword statue, symbolizing the courage of Manipur's freedom fighters against the British Army in 1891. pic.twitter.com/kD1fcMccvs
खोंगजोम युद्ध स्मारक
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी का लक्ष्य एक ऐसे भविष्य का दृष्टिकोण पेश करना है जो सद्भावना, समान भागीदारी और भाईचारे से भरा हो. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यात्रा शुरू करने से पहले खोंगजोम युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि भी अर्पित की. राहुल गांधी ने कहा, '2004 से राजनीति में हूं. पहली बार हिंदुस्तान के एक प्रदेश गया हूं जहां पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. जिसे आप मणिपुर कहते थे, वो अब रहा ही नहीं.'
लोगों के आंसू पोंछने- हाथ पकड़ने नहीं आए
उन्होंने दावा किया, 'देश के प्रधानमंत्री आज तक यहां लोगों के आंसू पोंछने, हाथ पकड़ने नहीं आए. शायद भाजपा, आरएसएस के लिए मणिपुर देश का हिस्सा नहीं है.' कांग्रेस की यात्रा शुरू करने के लिए राज्य का चुनाव किए जाने का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'सवाल उठा था कि यात्रा शुरू कहां से होनी चाहिए? मैंने साफ कहा कि यह यात्रा मणिपुर से ही शुरू होनी चाहिए.' उन्होंने दावा किया कि मणिपुर में जो हुआ वो भाजपा, आरएसएस की नफरत की राजनीति का प्रतीक है.
चार सिद्धांतों न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व
राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को हरी झंडी दिखाने से पहले उन्होंने यह दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मणिपुर वोट मांगने तो आए थे, लेकिन राज्य के लोग जब हिंसा के कारण मुश्किल में आए तो वह नजर नहीं आए. उनका कहना था कि राहुल गांधी ने न्याय यात्रा के जरिये ऊंची उड़ान का हौसला बनाया है. खरगे ने कहा कि राहुल गांधी चार सिद्धांतों न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व के लिए लड़ रहे हैं.
#WATCH | Manipur | Congress MP Rahul Gandhi interacts with people briefly as the Bharat Jodo Nyay Yatra continues.
— ANI (@ANI) January 14, 2024
He kickstarted the Yatra from Thoubal this evening. pic.twitter.com/UlQr18FQWK
'इंडिया' गठबंधन के साथी भी यात्रा में शमिल
कांग्रेस ने इस यात्रा के लिए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के अपने सहयोगी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है और उसे उम्मीद है कि विभिन्न राज्यों में इस गठबंधन से जुड़े दलों के प्रमुख नेता यात्रा का हिस्सा बनेंगे. कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले निकाली जा रही यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी. ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान लगभग 6,700 किलोमीटर की दूरी तय की जायेगी। यात्रा ज्यादातर बस से होगी, लेकिन कहीं-कहीं पदयात्रा भी होगी.