Mahakumbh 2025: साल 2019 में योगी सरकार के प्रयास से संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित दिव्य, भव्य और स्वच्छ कुंभ के सफल आयोजन को पूरी दुनिया ने सराहा. यूनेस्को द्वारा इसे 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' के रूप में मान्यता प्रदान की गई है. आयोजन की भव्य सफलता के बाद अब कुंभ नगरी प्रयागराज 2025 महाकुंभ का इंतजार कर रही है.
जनवरी 2025 में आयोजित होने जा रहे इस महाकुंभ में 41 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं व पर्यटकों के पहुंचने का प्रशासन का अनुमान है. इन पर्यटकों को कुंभ मेला क्षेत्र के अंदर और बाहर संपूर्ण जानकारी देने के लिए उपलब्ध पर्यटन विभाग की तरफ से पर्यटन सूचना केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं.
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि शहर के सभी रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और अस्थाई बस स्टेशन में इनकी स्थापना की जा रही है. स्थापना हेतु एजेंसी का चयन करने के लिए ई निविदा पर्यटन निदेशालय द्वारा प्रक्रियाधीन है.
पर्यटकों की सुविधा के लिए ये खास इंतेजाम
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की तरफ से स्थापित किए जा रहे इन पर्यटन सूचना केंद्रों में प्रयागराज के सभी प्रमुख पर्यटक स्थलों की जानकारी की पुस्तिका हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध होगी. डिजिटल फॉर्मेट में भी इसे उपलब्ध कराया जाएगा. सूचना केंद्र में एक गाइड बुक भी होगी. पर्यटकों को टूरिज्म की जानकारी देने के लिए यहां पर एक प्रशिक्षित गाइड की सूची भी उपलब्ध रहेगी. पर्यटकों के ठहरने की जानकारी देने के लिए यहां पर रजिस्टर्ड पेइंग गेस्ट हाउस की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी. मेला क्षेत्र की टेंट सिटीज और टेंट कॉलोनी का ब्योरा भी इन सूचना केंद्रों में रहेगा. पर्यटकों के लिए प्रशिक्षित गाइड की सूची भी इसमें रखी जाएगी.
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी का कहना है कि कुंभ मेला क्षेत्र में जो 30 थीमेटिक गेट बनाए जा रहे हैं, उन्हीं के हर पिलर के पास एक एक अस्थाई पर्यटन सूचना केंद्र भी बनाया जाएगा. इसमें पर्यटकों को कुंभ मेला क्षेत्र और प्रयागराज के पर्यटन स्थलों की जानकारी देने के लिए एक कर्मचारी नियुक्त किया जाएगा. थीमेटिक गेट के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी इसी कर्मचारी को दी जाएगी.
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