
Mahakumbh 2025: यूपी के प्रयागराज में 45 दिनों तक चला महाकुंभ समाप्त हो गया है. देश-दुनिया से करोड़ों लोग महाकुंभ में पहुंचे. इस भव्य और दिव्य महाकुंभ पर सरकार ने 7 हजार करोड़ रुपये से अधिक का खर्चा किया है. आम आदमी से लेकर देश-दुनिया की कई दिग्गज हस्तियों ने महाकुंभ में पहुंचकर पवित्र गंगा में डुबकी लगाई. पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उपराष्ट्रपति धनखड़ समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के भी नेता गंगा में डुबकी लगाने के लिए महाकुंभ पहुंचे. सरकार के आंकड़े के मुताबिक, 45 के दौरान कुल 66 करोड़ लोग महाकुंभ मेले में आए. इस मेले से कई लोग खासा प्रसिद्ध भी हुए तो महाकुंभ के दौरान कई ने अपनों को खोया भी.
45 दिन में कमाए 30 करोड़ रुपये
मौनी अमावस्या के दिन संगम घाट पर हुई भगदड़ में कई लोगों की जान भी गई. हालांकि, इन सबके इतर कई लोग ऐसे भी रहे जो महाकुंभ मेले से करोड़ों रुपये की कमाई भी की. महाकुंभे मेले से ऐसे परिवार की कहानी सामने आई है, जिसने गंगा में नाव चलाकर 45 दिनों तक चले महाकुंभ मेले में 30 करोड़ रुपये की कमाई.

एक दिन की औसत कमाई 65 लाख
जी हां आपने से सही पढ़ा, 30 करोड़ रुपये... यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के मुताबिक, एक नाविक परिवार ने नाव चलाकर एक दिन में 65 लाख रुपये की औसत कमाई की है. प्रयाराज में महाकुंभ मेले के दौरान नाविक के शोषण के सपा के आरोप पर योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि मैं एक नाविक के परिवार की कहानी बता रहा हूं.
नाविक परिवार के पास कुल 130 नावें हैं. उसे 45 दिनों तक महाकुंभ मेले में 30 करोड़ रुपये का मुनाफ़ा हुआ है... मतलब- हर नाव से उसे 23 लाख रुपये की कमाई हुई है. एक दिन के हिसाब से अगर निकाले तो नाविक परिवार ने नाव चलाकर एक नाव से 50,000-52,000 रुपये कमाए.

कारोबार में 3 लाख करोड़ का इजाफा
महाकुंभ मेले में 7,500 करोड़ रुपये का खर्चा किया गया, कारोबार में रिकॉर्ड 3 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. भव्य और दिव्य महाकुंभ से होटल उद्योग में 40,000 करोड़ रुपये, खाद्य और दैनिक आवश्यक वस्तुओं में 33,000 करोड़ रुपये, परिवहन में 1.5 लाख करोड़ रुपये, धार्मिक प्रसाद में 20,000 करोड़ रुपये, दान में 660 करोड़ रुपये, टोल टैक्स में 300 करोड़ रुपये और अन्य राजस्व में 66,000 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ.
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