सल्फास खाने से किसान की मौत पर परिजनों का प्रदर्शन
झालावाड़:
राजस्थान के झालावाड़ के सीमावर्ती मध्य प्रदेश के भानपुरा थाना क्षेत्र के संथारा गांव में एक 60 वर्षीय किसान ने सल्फास खाकर अपनी जान दे दी. किसान का शव इस वक्त झालावाड़ अस्पताल में रखा गया है, जहां पाटीदार समाज के लोगों समेत अन्य लोग प्रदर्शन कर किसान के परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजे, सरकारी नौकरी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं.
मामले में किसान के परिजनों का कहना है कि संथारा गांव में लगभग 60 बीघा जमीन पर किसान जगदीश पाटीदार और उसका परिवार पिछले 80 वर्षों से खेती करते आ रहे थे, लेकिन कुछ नेताओं द्वारा जेसीबी मशीनों और बुलडोजर को मौके पर भेजा गया जिनके साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, जहां से जेसीबी मशीन और बुलडोजर की मदद से किसान जगदीश पाटीदार द्वारा की जा रही खेती और मवेशियों के बाड़े को तोड़ दिया गया. जिससे आहत होकर किसान जगदीश पाटीदार ने मौके पर ही सल्फास खा लिया था.
इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उसे अस्पताल लेकर नहीं गए. बाद में परिजन जगदीश को अस्पताल ले गए लेकिन वहां पर भी उसका इलाज नहीं हुआ. इस पर परिजन उसको लेकर झालावाड़ पहुंचे और रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. फिलहाल जगदीश पाटीदार के शव को झालावाड़ के एसआरजी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है जहां मध्य प्रदेश पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं. वहीं झालावाड़ का पाटीदार समाज मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा, एक सरकारी नौकरी, जमीन का पट्टा परिवार को देने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अड़ा हुआ है. उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक वह सब को मध्य प्रदेश के संथारा में ले जाकर रखेंगे और उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.
मामले में किसान के परिजनों का कहना है कि संथारा गांव में लगभग 60 बीघा जमीन पर किसान जगदीश पाटीदार और उसका परिवार पिछले 80 वर्षों से खेती करते आ रहे थे, लेकिन कुछ नेताओं द्वारा जेसीबी मशीनों और बुलडोजर को मौके पर भेजा गया जिनके साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, जहां से जेसीबी मशीन और बुलडोजर की मदद से किसान जगदीश पाटीदार द्वारा की जा रही खेती और मवेशियों के बाड़े को तोड़ दिया गया. जिससे आहत होकर किसान जगदीश पाटीदार ने मौके पर ही सल्फास खा लिया था.
इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उसे अस्पताल लेकर नहीं गए. बाद में परिजन जगदीश को अस्पताल ले गए लेकिन वहां पर भी उसका इलाज नहीं हुआ. इस पर परिजन उसको लेकर झालावाड़ पहुंचे और रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. फिलहाल जगदीश पाटीदार के शव को झालावाड़ के एसआरजी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है जहां मध्य प्रदेश पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं. वहीं झालावाड़ का पाटीदार समाज मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा, एक सरकारी नौकरी, जमीन का पट्टा परिवार को देने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अड़ा हुआ है. उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक वह सब को मध्य प्रदेश के संथारा में ले जाकर रखेंगे और उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.