
राजस्थान के ज्यादातर शहर अपनी समृद्ध विरासत और संस्कृति के लिए जाने जाते हैं. राज्य का कोना-कोना परंपरा और वास्तुकला की नायाब कारीगरी से भरा हुआ है. लेकिन राज्य के झुंझुनूं जिले ने शानदार हवेलियों और महलों के साथ-साथ अपनी वीरता के लिए भी अलग पहचान बनाई है. झुंझुनूं अपने बहादुर सैनिकों के लिए भी प्रसिद्ध है और इसने भारतीय सेना को बहुत ज्यादा सैनिक दिए हैं. इसलिए इसे 'सैनिकों का जिला' भी कहा जाता है.
यह जिला शेखावाटी क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जिसकी सीमा सीकर, चुरू जिले और हरियाणा राज्य से लगती है. यह जयपुर से 180 किमी दूर स्थित है.
झुंझुनूं की गद्दी के लिए हुई खूब खींचातानी
ऐसा माना जाता है कि इस शहर का नाम झुंझा या जुझार सिंह नेहरा नामक जाट नेता की याद में रखा गया था. इस नाम का जिक्र 15वीं शताब्दी की कई पुस्तकों में पाया गया है.
इस क्षेत्र के इतिहास पर नजर डालें तो ऐसा लगता है कि यहां की गद्दी के लिए काफी लड़ाइयां लड़ी गई हैं. झुंझुनूं का इतिहास विक्रम युग तक जाता है. तब इस पर चौहान वंश के राजाओं का शासन था. बाद में यह मुस्लिम शासन के अधीन आ गया. 1450 में, मोहम्मद खान और उसके बेटे समस खान ने चौहानों को हराकर झुनझुन (तब झुंझुनूं का नाम) अपने अधीन कर लिया. 1730 में शासन एक बार फिर बदल गया, जब ठाकुर शार्दुल सिंह ने खानों को मात देकर सिंहासन पर कब्जा कर लिया. उनका शासन तब तक जारी रहा, जब तक भारत स्वतंत्र नहीं हो गया और इसके बाद झुंझुनूं देश का हिस्सा बन गया.
ट्रेडिंग और व्यापार पर निर्भर है जिले की अर्थव्यवस्था
झुंझुनूं की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से ट्रेडिंग एवं बिजनेस पर आधारित है. दरअसल, शहर में व्यापार की परंपरा लंबे समय से रही है. यह क्षेत्र ठाकुर शार्दुल सिंह के संरक्षण में फला-फूला है. इस शहर के व्यवसायियों ने कई हवेलियों के साथ-साथ मंदिर और महल भी बनवाए थे, जहां आज भारी संख्या में पर्यटक इन्हें देखने आते हैं.
झुंझुनूं के पर्यटन स्थल
जिले का रानी सती मंदिर काफी प्रसिद्ध है. यह 400 साल पुराना मंदिर, देश के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है. इसके अलावा यहां मोदी और तीबरवाल हवेली, खेतड़ी महल, डूंडलोद का किला और बादलगढ़ का किला जैसे पर्यटन स्थल भी हैं.
झुंझुनूं एक नजर में
- भौगोलिक स्थिति – 27.38 डिग्री उत्तर से 28.31 डिग्री पूर्व तक अक्षांश तथा 75.02 डिग्री उत्तर से 76.06 डिग्री पूर्व तक देशान्तर
- क्षेत्रफल - 5,926 वर्ग किमी
जनसंख्या (जनगणना 2011 के आधार पर)
- जनसंख्या - 2137045
- साक्षरता दर - 73.58%
- तहसीलें - 10 (मालसीसर, बुहाना, चिड़ावा, झुंझुनूं, खेतड़ी, मंडावा, नवलगढ़, गुरुदेवजी, सूरजगढ़ और उकवाटी )
- विधानसभा क्षेत्र - 7 (झुंझुनूं, सूरजगढ़, पिलानी, खेतड़ी, मंडावा, उकवाटी और नवलगढ़)
- लोकसभा सीट - 1