सीकर राजस्थान के उत्तर पूर्व में बसा हुआ एक छोटा सा जिला है, जो शेखावटी क्षेत्र में पड़ता है. राजस्थान की राजधानी जयपुर से 115 किमी, जोधपुर से 320 और बीकानेर से 215 किमी की दूरी पर बसा यह शहर अपने आप में ही एक विरासत समेटे हुए है. यह शहर अपने पुरानी हवेलियों और किलों के लिए विख्यात है. इसके अलावा विश्व प्रसिद्ध खाटू श्याम का मंदिर भी इसी जिले में पड़ता है. सीकर जिला इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी कर रहे बच्चों के लिए कोटा के बाद दूसरे नंबर पर आता है.
काफी पुराना है सीकर का इतिहास
अगर हम बात करें इस जिले के इतिहास की तो साल 1687 में राव दौलत सिंह ने सीकर को बसाया था. सीकर, चुरू और झूंझुनू राजस्थान के शेखावटी क्षेत्र के अहम हिस्से हैं. यह जयपुर राजघराने की सबसे बड़ी जागीर मानी जाती थी. सीकर का पुराना नाम नेहरावती था और यहां के शासक शेखावत राजपूत थे. सीकर में प्रवेश करने के लिए सात द्वार है.
औद्योगिक विकास और संस्कृति
सीकर में मुख्य रूप से खेती की जाती है. इसके अलावा वहां कई प्रकार के खनिज पदार्थों के खुदाई भी होती है.
जहां तक बात यहां की संस्कृति की है तो पड़ोसी राज्य हरियाणा से जुड़े होने के कारण यहां विभिन्न प्रकार की संस्कृतियां देखी जा सकती हैं. यहां काफी हवेलियां मुगल काल में बनवाई गई थीं जिन पर मुगल वास्तुकला की छाप देखी जा सकती है.
पर्यटन स्थल एवं मुख्य आकर्षण
यहां काफी सारे किले पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं. इसके अलावा यहां का विश्व प्रसिद्ध खाटू श्याम भगवान का मंदिर भी है. इस मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है, जिससे कि इस शहर का पर्यटन लोगों की कमाई का जरिया भी बनता है. ऐसी मान्यता है कि श्री खाटूश्याम जी भगवान कृष्ण के कलयुगी अवतार है. इन सबके अलावा यहां बहुत से प्रख्यात मंदिर मौजूद है.
सीकर एक नजर में
- यह 27.21 डिग्री पूर्व से 28.12 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 74.44 डिग्री से 75.25 डिग्री देशांतर के बीच स्थित है.
- जिला मुख्यालय - सीकर
- क्षेत्रफल - 7742.53 वर्ग किमी
- जनसंख्या - 26,77,333
- जनसंख्या घनत्व - 346/वर्ग किमी
- लिंगानुपात - 947/1000
- साक्षरता -71.91%
- तहसील -13
- पंचायत समिति - 12
- संभाग -सीकर
- विधानसभा क्षेत्र -8
- लोकसभा क्षेत्र-1