Generation Beta 2025: लो जी... आ गई जनरेशन बीटा! अभी हम Gen z को ठीक से समझ भी नहीं पाए थे कि उनका समय खत्म हो गया और "जनरेशन बीटा" आ गई. इस पीढ़ी में पैदा हुए लोग जनरेशन Z से एक कदम आगे हैं. वे स्मार्टफोन, टैबलेट और इंटरनेट के साथ पैदा हुए है. जनरेशन बीटा के लिए किसी भी तरह के गैजेट्स चलाना काफी आसान है. क्योंकि उनकी पीढ़ी में पैदा हुए बच्चे डिजिटल दुनिया से बहुत पास हैं. वे इसमें इतने मशगूल होंगे कि आधुनिक गैजेट्स के ज़रिए पूरी दुनिया को नेविगेट करने की हिम्मत रखेंगे. भले ही उन्हें इसे चलाना न आता हो, फिर भी वे उसे पहली ही बारी इसे इतनी आसानी से इस्तेमाल करेंगे कि उन्हें देखकर ऐसा नहीं लगेगा कि वे इनके साथ पैदा हुए हैं.इनके बिना उनका जीवन तकनीकी नहीं बन पाएगा.
जेनरेशन अल्फा: 2010-2024
अभी जोजनरेशन चल रही है, वह अल्फा है. यह ऐसी पीढ़ी है, जिसके जन्म से पहले ही सोशल मीडिया और इंटरनेट प्लेटफॉर्म तक पहुंच बहुत शक्तिशाली तरीके से हो गई है. यह सबसे युवा नई पीढ़ी है. इस पीढ़ी के बच्चों के माता-पिता इंटरनेट, मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के साथ बड़े हुए हैं. इनके बिना इनका हर काम अधूरा है, क्योंकि इन्हें शुरू से ही गैजेट फ्रेंडली बना दिया गया है.
जेनरेशन बीटा: 2025-2039
1 जनवरी 2025 से जेनरेशन बीटा का दौर शुरू हो गया है. साल 2025 से जिन बच्चों का जन्म होगा उन्हें बीटा किड्स कहा जाएगा. ये बच्चे ऐसी दुनिया में बड़े होंगे जहां टेक्नोलॉजी जिंदगी का एक अहम हिस्सा होगी. जेनरेशन बीटा के जीवन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दखल ज्यादा होगा.
जेनरेशन बीटा की विशेषताएं
डिजिटल नेटिव: ये बच्चे डिजिटल तकनीक के साथ सहज हैं. उन्हें स्मार्टफोन का इस्तेमाल करना, वीडियो गेम खेलना और ऑनलाइन जानकारी खोजना इनके बाएं हाथ का काम होगा.
मल्टीटास्किंग मास्टर्स: ये बच्चे एक साथ कई काम करने में माहिर होंगे. वीडियो देखते हुए मैसेज कर सकेंगे, सोशल मीडिया पर स्क्रॉल कर सकते हैं और साथ ही अपने स्कूल के प्रोजेक्ट पर भी काम कर सकते हैं.
क्रिएटिव और इनोवेटिव: डिजिटल टूल्स के जिए ये बच्चे खुद को बेहतर तरीके से कंपीट करेंगे. वे वीडियो बनाते हैं, ब्लॉग लिखते हैं, संगीत रचते हैं और अपनी खुद की डिजिटल दुनिया बनाते हैं.
जानकारी तक आसान पहुंच: इनके लिए किसी भी विषय पर जानकारी हासिल करना बहुत आसान है. इंटरनेट उनकी मुट्ठी में होगा. किसी भी विषय पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने ज्ञान का विस्तार कर सकते हैं.
समाजिक रूप से जुड़े: सोशल मीडिया ने इन बच्चों को दुनिया भर के लोगों से जुड़ने का मौका दिया है. वे ऑनलाइन समुदायों का हिस्सा बनते हैं, नए दोस्त बनाते हैं और अपने विचारों को साझा करते हैं.
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