Effect Of Ignoring: आपने कई बार देखा होगा कि हम उस व्यक्ति की ओर सबसे ज्यादा आकर्षित होते हैं जो हमें सबसे ज्यादा नजरअंदाज करता है. क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? हमारा दिमाग हमेशा उसी व्यक्ति की तरफ क्यों भागता है? इस तरह की समस्या आमतौर पर युवा लड़के-लड़कियों में देखी जाती है. कई बार यह समस्या इतनी बड़ी हो जाती है कि इससे लोगों की मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है. जिसके कारण कई बार बदला लेने जैसे घातक परिणाम सामने आते हैं. इसे लेकर एक मनोचिकित्सक ने कई बातों का खुलासा किया है कि इसके पीछे क्या तर्क है.
थ्योरी ऑफ प्रिंसिपल
इस समस्या के पीछे कई थ्योरियां हैं. जो हमें उन लोगों की ओर ज्यादा आकर्षित करते हैं जो हमें हमेशा नजरअंदाज करते हैं.उनमें से पहला है ‘थ्योरी ऑफ प्रिंसिपल'. इसके बारे में मनोचिकित्सक नेहा अग्रवाल ने बताया है कि यह सच है कि अक्सर हम उसे खोने से डरते हैं और उसे सबसे ज्यादा जरूरी मान लेते हैं. उदाहरण के लिए जब कोई चीज सीमित मात्रा में मिलती है तो उसकी कीमत बढ़ जाती है, इसी तरह से मनोवैज्ञानिक नजरिए से भी यही बात देखी जाए तो जब हमें कोई व्यक्ति बड़ी मुश्किल से मिलता है तो आपको उसे खोने का डर सताता है और ऐसे में जब वह हमें नजरअंदाज करता है तो हमें काफी दुख होता है.
थ्योरी ऑफ चेस
डॉ. नेहा अग्रवाल कहती हैं कि इन सबके पीछे दूसरी सबसे बड़ी वजह है 'थ्योरी ऑफ चेस'। इसके तहत हम उस व्यक्ति के पीछे ज़्यादा भागते हैं जिसे हम बहुत पसंद करते हैं. लेकिन, कई बार जब वह हमें नहीं मिलता तो हम उसका पीछा करते हैं. कई बार हम इसे चुनौती के तौर पर लेते हैं और जब वह हमें मिल जाता है तो हमें लगता है कि इससे हमारी व्यक्तिगत गरिमा बढ़ गई है। यह एक तरह की मनोवैज्ञानिक स्थिति है.
थ्योरी ऑफ इनफोर्समेंट
डॉ. कहते हैं कि इसके अलावा एक तीसरी थ्योरी है. 'थ्योरी ऑफ इनफोर्समेंट'.इसके तहत जब हमें किसी व्यक्ति से कोई उम्मीद नहीं होती है, तो हम उसे अनदेखा कर देते हैं. ऐसी स्थिति में वह व्यक्ति हमसे मिलने की उम्मीद कर सकता है। यह एक तरह का मानसिक खेल है.
इन सबसे कैसे बचा जाए?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इन सबसे कैसे बचा जाए? इसके लिए सबसे पहले हमें यह पहचानना चाहिए कि कहीं सामने वाला व्यक्ति हमारे साथ किसी प्रकार का मानसिक खेल तो नहीं खेल रहा है. ऐसी स्थिति में हमें अपने चारों तरफ एक बाउंड्री सेट करके रखनी चाहिए . साथ ही ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए. इसके अलावा, हमें खुद को बेहतर बनाने पर काम करना चाहिए.
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