
Election Commission Of India: कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने रविवार को कहा कि कांग्रेस पिछले लोकसभा चुनाव की मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को उजागर करने के लिए एक व्यापक ऑडिट शुरू करेगी. वेणुगोपाल ने कहा कि 48 निर्वाचन क्षेत्र ऐसे थे, जहां ‘इंडिया' गठबंधन के उम्मीदवार 50,000 से कम मतों से हारे थे और पार्टी उन सभी में व्यापक जांच करेगी.
वेणुगोपाल ने अलप्पुझा में पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने "वास्तविक जनादेश के साथ पद ग्रहण नहीं किया है.'' उन्होंने दावा किया कि यह बात राहुल गांधी द्वारा ‘‘चुनावी धोखाधड़ी के सबूत'' जारी करने के बाद स्पष्ट हो गई है. गांधी ने पिछले आम चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा प्रकाशित मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों पर कुछ "विस्फोटक खुलासे" किए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2019 के चुनाव में मतदाता सूची में हेराफेरी करके "सत्ता हासिल की.''
''आपत्ति जताने पर राहुल गांधी और कांग्रेस को धमकाया''
उन्होंने कहा कि उचित जांच मोदी को इस्तीफ़ा देने पर मजबूर कर सकती है. वेणुगोपाल ने निर्वाचन आयोग पर आपत्ति जताने पर गांधी और कांग्रेस को "धमकाने" का आरोप लगाया. हालांकि, वेणुगोपाल ने दावा किया कि निर्वाचन आयोग ने बताई गई अनियमितताओं पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
''हमें डराने की कोशिश नहीं करें''
उन्होंने आयोग से कहा, ‘‘हमें डराने की कोशिश नहीं करें.'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी लड़ाई जारी रखेगी. उन्होंने 11 अगस्त को नयी दिल्ली स्थित निर्वाचन आयोग कार्यालय तक एक विरोध मार्च निकालने की घोषणा की, जिसका नेतृत्व पार्टी सांसद करेंगे. कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने त्रिशूर और अलप्पुझा निर्वाचन क्षेत्रों का उदाहरण देते हुए यह भी आरोप लगाया कि केरल में मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं के नाम शामिल किए गए हैं.
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