Jaipur News: जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क (Nahargarh Biological Park) से एक अच्छी खबर आई है. शेरनी तारा ने एक शावक को जन्म दिया है. लेकिन शावक की हालत बेहद गंभीर होने के कारण उसे फिलहाल नियोनेटल केयर में रखा गया है. इस बारे में वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शावक का जन्म देर रात 1:15 बजे हुआ. लेकिन अभी इसकी हालत ठीक नहीं है. इसलिए वन विभाग के डॉक्टरों की निगरानी में इसका इलाज किया जा रहा है.
नाहरगढ़ जैविक उद्यान में शेरनी तारा ने शावक को दिया जन्म, स्थिति नाजुक होने के कारण शावक को ICU में किया गया शिफ्ट.#jaipur | #Lioness pic.twitter.com/QmqbD7mjbE
— NDTV Rajasthan (@NDTV_Rajasthan) October 14, 2024
शावक को बचाने में लगे वन अधिकारी
बता दें कि शेरनी तारा के शावक बचाने के लिए वन अधिकारी काफी मेहनत कर रहे है.क्योंकि इससे पहले भी 10 अगस्त 2024 को शेरनी दुर्गा ने भी दो शावकों को जन्म दिया था.जिसमें एक मृत पैदा हुआ था और दूसरे की 40 घंटे बाद ही मौत हो गई थी.इसी कारण इस बार बायलॉजिकल पार्क की टीम इस शावक को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है.वह इसके लिए पूरी तरह से विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
कौन है शेरनी तारा
बता दें कि जयपुर की नाहरगढ़ लॉयन सफारी प्रदेश की पहली लॉयन सफारी है.लायन सफारी में पहले तीन शेर छोड़े गए थे. तेजस, त्रिपुर और तारा तीनों शेरनी तेजिका के शावक है.तेजिका की मौत होने के बाद तीनों नाहरगढ़ लॉयन सफारी की शान बने हुए हैं.शेरनी तारा नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से वर्ष 2019 से अकेले ही रह रही थी.
राजस्थान में अब कितने सेर बचे है
आपको बता दें कि जयपुर के अलावा राजस्थान के जोधपुर समेत अन्य जैविक उद्यानों में भी हाल ही में इनकी सफल ब्रीडिंग हुई है. वन विभाग के अनुसार जयपुर के नाहरगढ़ जैविक उद्यान, उदयपुर के सज्जनगढ़ जैविक उद्यान, जोधपुर के माचिया जैविक उद्यान और कोटा के अभेड़ा जैविक उद्यान में शुद्ध एशियाई और संकर शेरों की संख्या 16 है.खासकर गुजरात के सक्करबाग चिड़ियाघर से एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत लाए गए शुद्ध एशियाई शेरों की दहाड़ प्रदेश के जैविक उद्यानों में गूंज रही है.
यह भी पढ़ें: एसएमएस हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल का सातवां दिन, अब इमर्जेंसी सेवाओं पर खतरा