Rajasthan News: राजधानी जयपुर आमेर स्थित देश के एकमात्र हाथी गांव में 18 साल बाद नर हाथी लाया गया है. मिली जानकारी के अनुसार जयपुर दिल्ली रोड स्थित हाथी गांव में 18 वर्षीय एकमात्र नर हाथी बाबू रह रहा है. इसी बीच अब बाबू हाथी का साथ देने के लिए एक और नर हाथी (वीरू) आमेर लाया गया है. आमेर निवासी हाथी मालिक राजेंद्र शर्मा इसे वन विभाग के सारे नियमों की पालना करते हुए अरुणाचल प्रदेश से लेकर आए हैं. अभी वीरू की उम्र करीब 10 वर्ष है और वह पूरी तरह स्वस्थ है.
दी जा रही विशेष डाइट
नर हाथी वीरू के मलिक राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि वीरू पूर्ण तरीके से स्वस्थ है इसे रोजाना 8 से 10 किलोमीटर पैदल चलने का अभ्यास करवाया जा रहा है. जिससे यह आसपास के माहौल को समझ सके यहां के वातावरण के अनुकूल बन सके. वीरू के साथ अरुणाचल प्रदेश से आए महावत को कुछ दिनों तक इसके साथ ही रखा जाएगा. जिसके बाद स्थानीय महावत की वीरू के साथ ट्रेनिंग पूरी होने के बाद पूर्ण तरीके से वीरू स्थानीय महावत के साथ ही रहेगा. इसे रोजाना लगभग 200 किलो पौष्टिक डाइट दी जा रही है जिसमें गुड़, गन्ना, केले, दूध, चना, रोटी और अन्य पोषक खाद्य पदार्थ शामिल हैं.
10 वर्षीय नर हाथी वीरू व्यावसायिक नहीं होगा
हाथी मालिक राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि वीरू अभी 10 वर्ष का है. इसको किसी भी तरह की राइड या आमदनी वाली व्यावसायिक गतिविधियों में शामिल नहीं किया जाएगा. आने वाले समय में इसको धार्मिक कार्यों और हाथी गांव के लिए ही रखा जाएगा. उसकी देखभाल केवल संरक्षण और प्राकृतिक वातावरण में पालन पर केंद्रित रहेगी.
नर हाथी बाबू और वीरु से राइडिंग नहीं कराई जाएगी
हाथी गांव विकास समिति के अध्यक्ष बल्लू खान ने बताया कि अब प्रदेश में नर हाथियों की संख्या दो हो गई है. हाथी गांव में रह रहे हाथी बाबू के बाद अब वीरू दूसरा नर हाथी आमेर लाया गया है. यहां रह रहे नर हाथी बाबू से राइडिंग नहीं कराई जाती है. आने वाले समय में वीरू से भी राइडिंग नहीं कराई जाएगी. हाथी गांव में इस समय 70 से अधिक हथनियां रह रही हैं जो पर्यटकों को आमेर महल और हाथी गांव में सवारी कराती है.
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